निपटा लें अपना काम, 26 को रहेगा भारत बंद
-25 की शाम को निकाला जाएगा मशाल जुलूस कहा केंद्र सरकार ने कोरोना का लाभ उठाकर क
-शहर में हड़ताल के समर्थन में रैलियों का दौर जारी
-दस ट्रेड यूनियन संगठनों ने केंद्र के खिलाफ खोला मोर्चा
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :
आने वाली 26 नवंबर को देश भर के कई सरकारी विभागों के कर्मचारी हड़ताल पर जाने की तैयारी में हैं। उस दिन केंद्रीय ट्रेड यूनियन संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया है। इसको लेकर मंगलवार को सीटू जिला कार्यालय में सभी ट्रेड यूनियन नेताओं ने पत्रकारों से बात की। इंटक के राष्ट्रीय मंत्री आलोक चक्रवर्ती ने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ देश के 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों समेत राज्यों के कई सहयोगी कर्मचारी संगठनों ने हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। इस हड़ताल में बैंक, रोडवेज, रेलवे, बीएसएनएल, जीवन बीमा निगम, डाक, पेयजल, बिजली विभाग के कर्मचारियों समेत आशा वर्कर्स, आंगनबाड़ी वर्कर्स, मिड-डे मील और औद्योगिक क्षेत्रों के संगठन में काम करने वाले लोग भी शामिल रहेंगे। इतना ही नहीं केंद्र सरकार की मजदूर और श्रमिक विरोधी नीतियों और किसान विरोधी पारित कानून के खिलाफ भी कई किसान संगठन भी इस हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं।
इस देशव्यापी हड़ताल में देश के 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों और राज्यों के कर्मचारी संगठन समेत संगठित और असंगठित क्षेत्र के संगठनों के शामिल होने से कामकाज पूरी तरह ठप रहने की संभावना है। भाकपा माले नेता अभिजीत मजुमदार ने कहा कि आज केंद्र सरकार कोरोना महामारी का लाभ लेकर लगातार श्रम विरोधी कानून बनाकर सदन में पारित करा रही है। सरकार पुंजीपतियों को लाभ देने के लिए मजदूरों के साथ धोखा दे रही है। सीटू नेता समन पाठक ने कहा कि केंद्र सरकार के खिलाफ लोगों में रोष है। 26 नवंबर को बंद को सफल बनाने के लिए लोग तैयार हैं। 25 नवंबर को सिलीगुड़ी महानंदा नदी के किनारे से मशाल जुलूस निकाला जाएगा। यह शाम छह बजे निकलकर शहर के मुख्य मार्गो पर भ्रमण करेगा। अनिरुद्ध बसु और जय लोध ने कहा कि केंद्र व राज्य श्रम विरोधी सरकार है। इसके खिलाफ चाय बागान के श्रमिकों के साथ देश के विभिन्न कृषक आंदोलन से जुड़े संगठन भी इसे सफल बनाने के लिए तैयार हो गयी है। इसके साथ ही इस बंद को सफल बनाने के लिए जोरदार तैयारी की जा रही है। बंद के समर्थन में शहर में रैलियां निकाली जा रही है। मंगलवार को भी कई श्रमिक संगठनों ने बंद के समर्थन में शहर में रैलियां निकाली।