ट्वॉय ट्रेन के मुद्रीकरण के विरुद्ध प्रदर्शन
-एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) की ओर से शहर में निकाली गई प्रतिवाद रैली -मुख्य डाकघर के निकट गाधी
-एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) की ओर से शहर में निकाली गई प्रतिवाद रैली
-मुख्य डाकघर के निकट गाधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया गया
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित दाíजलिंग हिमालयन रेलवे (डीएचआर) के विश्व प्रसिद्ध ट्वॉय ट्रेन के मुद्रीकरण की भारत सरकार की कवायद के विरुद्ध सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (एसयूसीआई - कम्युनिस्ट) की ओर से गुरुवार को शहर में विरोध प्रदर्शन किया गया। एसयूसीआई कार्यालय के सामने से प्रतिवाद रैली निकाल कर शहर के कचहरी रोड का परिभ्रमण किया गया। उसके बाद मुख्य डाकघर के निकट महात्मा गाधी की प्रतिमा के सामने एकत्रित होकर ऐसयूसीआई समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बैनर, पोस्टर व प्लेकार्ड प्रदर्शीत करते हुए एवं नारेबाजी कर केंद्र की मोदी सरकार व राज्य की ममता सरकार को जम कर कोसा। कहा कि, केंद्र सरकार रेलवे समेत समस्त सार्वजनिक उपक्रमों का मुद्रीकरण करने यानी उन्हें पूंजीपतियों के हाथों में सौंपने जैसा जनहित विरोधी कार्य कर रही है। यहा तक कि दाíजलिंग हिमालयन रेलवे की विश्व धरोहर ट्वॉय ट्रेन को भी नहीं बख्शा जा रहा है। उसे भी पूंजीपतियों के हवाले किए जाने की कोशिश की जा रही है। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।वहीं, प्रदर्शनकारियों ने राज्य की ममता सरकार को भी कोसा। कहा कि, ममता सरकार भी नॉर्थ बंगाल स्टेट ट्रासपोर्ट कॉरपोरेशन (एनबीएसटीसी) व राज्य परिवहन निगम का निजीकरण करने की कवायद में जुटी है। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अविलंब सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण की कवायद पर लगाम लगाई जानी चाहिए। अन्यथा, हम लोग और जोरदार आदोलन करने को बाध्य होंगे। इस विरोध प्रदर्शन में एसयूसीआई नेता जयंती भट्टाचार्य, तन्मय दत्त, जय लोध व अन्य कई सम्मिलित रहे।