'ऐसी रही लापरवाही तो दूसरी लहर के अंदर ही शुरू हो जाएगी तीसरी लहर '

-कोरोना के कम होते मामले देख लोगों को लापरवाही पर कोरोना विशेषज्ञों ने जताई चिंता

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 12:03 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 12:03 AM (IST)
'ऐसी रही लापरवाही तो दूसरी लहर के अंदर ही शुरू हो जाएगी तीसरी लहर '
'ऐसी रही लापरवाही तो दूसरी लहर के अंदर ही शुरू हो जाएगी तीसरी लहर '

-कोरोना के कम होते मामले देख लोगों को लापरवाही पर कोरोना विशेषज्ञों ने जताई चिंता

कोविड-19 प्रोटोकाल को किया नजरअंदाज तो दूसरी लहर तथा संभावित तीसरी लहर के बीच नहीं रह जाएगी अंतर : डॉ अरुणभ सरकार

-दूसरी लहर में भले ही कम हो गए हैं नए मामले, लेकिन अभी भी पहली लहर से ज्यादा ही हर दिन आ रहे नए केस

-बाजारों में जमकर हो रही भीड़, मास्क लगाने के प्रति भी लोग हो रहे उदासीन

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोनावायरस के नए मामलों में पिछले महीने मई की अपेक्षा जून महीने में भले ही कोरोना के मामले कम आ रहे हो, लेकिन खतरा अभी भी बरकरार है। कम होते मामले को देख कर जिस तरह से लापरवाही बरतना शुरू कर दिए हैं, इससे स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चिंता व्यक्त की हैं। यहां तक उनका कहना है कि अगर ऐसी लापरवाही जारी रही तो दूसरी लहर के अंदर ही तीसरी लहर शुरू हो जाएगी, जो बहुत ही भयावह साबित होगी।

इस बारे में जाने माने वायरोलॉजिस्ट तथा उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर अरुणभ सरकार का स्पष्ट रूप से कहना है कि लोगों को भ्रम है कि कोरोना के मामले कम हो गए हैं, ऐसा भ्रम पालना ठीक नहीं है। अभी हर दिन सौ से दो सौ के बीच दार्जिलिंग जिले में मामले सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भले ही मई की अपेक्षा जून में कोरोना के नए मामले कम हुए हैं, लेकिन पहली लहर से तुलना की जाए, तो अभी गत वर्ष की अपेक्षा हर दिन मामले ज्यादा ही सामने आ रहे हैं।

डॉक्टर सरकार ने कहा कि ऐसी स्थिति रही, तो दूसरी लहर के साथ ही तीसरी लहर शुरू हो जाएगी। दूसरी लहर से संभावित तीसरी लहर के बीच कोई अंतर नहीं रह जाएगी। पहले संभावना जताई जा रही थी, दूसरी लहर खत्म होने के छह से आठ सप्ताह बाद तीसरी लहर आ सकती है, लेकिन देखा जा रहा है कि जिस तरह से लोग कोविड-19 प्रोटोकाल का लोग उल्लंघन कर रहे हैं, यह आने वाले दिनों में वे खुद के लिए तथा चिकित्सकों के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं।

उन्होंने लोगों को सुझाव देते हुए कहा कि कोविड-19 प्रोटोकॉल की कड़ाई से पालन करनी चाहिए। घर से बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करते हुए शारीरिक दूरी बनाए रखने पर विशेष ध्यान देना होगा। बाजार में सब्जी खरीदने जाने के दौरान जितने कम से कम समय में घर वापस चले आना अच्छा रहेगा। हाथों की सफाई करते रहना चाहिए।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा लागू किए गए लॉकडाउन के साथ लोगों में दिए गए छूट से बाजारों में काफी भीड़ होने लगी है।

इधर स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार जब तक कोरोना वायरस का वैक्सीन अधिक से अधिक लोगों को नहीं लग जाता है तब तक लोगों को कोरोना वायरस के महामारी से बचने के लिए विशेष सावधानिया बरतनी होगी। बताया गया कि कि कोरोनावायरस महामारी के प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा लॉक डाउन की अवधि अगले महीने एक जुलाई तक बढ़ा दी गई है। लोगों को इन नियमों का कड़ाई से पालन करना चाहिए। क्योंकि देखा गया है कोरोनावायरस का दूसरा चरण पूरे देश में काफी खतरनाक साबित हुआ है। इससे पश्चिम बंगाल और सिलीगुड़ी भी अछूता नहीं रहा है। इसलिए अभी भी भीड़ वाले इलाकों में जाने से लोगों को बचना चाहिए सफाई पर विशेष ध्यान देते हुए बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि जून महीने में अब तक लगभग तीन हजार से ज्यादा मामले सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में आ चुके हैं। वहीं 140 से ज्यादा मरीजों की मौत हो चुकी है।

पिछले महीने मई की बात करें, तो मई महीने में कोरोना ने अपना सारा रिकार्ड तोड़ दिया था। मई महीने में सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में कोरोनावायरस के लगभग 15 हजार मामले सामने आए थे। जबकि 338 मरीजों की मौत कोरोना के संक्रमण से हुई थी। इस दौरान आठ हजार से ज्यादा मरीज कोरोनावायरस के संक्रमण से मुक्त भी हुए थे।

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