दार्जिलिंग पार्वत्य समस्या के समाधान के लिए केंद्र सरकार कृतसंकल्प : सांसद
-सांसद राजू बिष्ट ने कर्सियांग में भाजपा नेताओं के साथ बैठक की तो दार्जिलिंग में अपने सहयोग
-सांसद राजू बिष्ट ने कर्सियांग में भाजपा नेताओं के साथ बैठक की, तो दार्जिलिंग में अपने सहयोगी दलों के साथ
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव खत्म होने के साथ ही एक बार फिर से दार्जिलिंग पार्वत्य क्षेत्र का मुद्दा गर्म होने लगा है। इसी कड़ी में गुरुवार को दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र के सांसद व भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट ने
दार्जिलिंग विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक नीरज जिंबा तथा कर्सियांग विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक बीपी बाजगाई के अलावा दार्जिलिंग हिल्स भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. कल्याण दीवान सहित भाजपा जिला टीम के साथ बैठक की।
वहीं दार्जिलिंग में सांसद ने गोरखा राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा के नेताओं के साथ दाíजलिंग में उनके केंद्रीय पार्टी कार्यालय में बैठक की। इस दौरान हाल ही में संपन्न चुनावों के दौरान गठबंधन के उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए हमारे गठबंधन पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेतृत्व को उनकी कड़ी मेहनत के लिए उन्होंने धन्यवाद दिया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि सभी को यह समझने की जरूरत है कि, यह चुनाव परिणाम एक बार फिर से गोरखालैंड टेरोटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन तथा तृणमूल कांग्रेस के छद्म नियम के खिलाफ एक जनादेश था, जो हमारे क्षेत्र के लोगों की आकाक्षाओं को पूरा करने के मामले में पूरी तरह से विफल साबित हुआ है। इसलिए मैंने सभी पक्षों से यह महसूस करने की अपील की कि द्दञ्जन् हमारी भावनाओं के साथ खेलने के लिए जीटीए का उपयोग किया जाने वाला एक साधन मात्र है। वे हमारे बुनियादी मुद्दों को संबोधित करने के प्रति ईमानदार नहीं हैं, लेकिन केवल गोरखा का ध्यान भटकाने, हटाने और विभाजित करने के लिए जीटीए का उपयोग कर रहे हैं। इसलिए हमारे लोगों के लिए जीटीए को पूरी तरह से खारिज करना महत्वपूर्ण है, जो स्थायी राजनीतिक समाधान के लिए एक प्राकृतिक रास्ता बनाएगा। मैंने अपने गठबंधन सहयोगियों को सूचित किया है कि केंद्र सरकार हमारी लंबे समय से लंबित मागों के लिए एक स्थायी राजनीतिक समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्ध है और हमारे मुद्दों को हल करने के लिए वार्ता जल्द ही वार्ता प्रक्रिया शुरू करेगी।
बिष्ट ने कहा कि मैंने अपने एलायंस भागीदारों और उनके माध्यम से अपने लोगों को आश्वस्त किया कि हम दाíजलिंग हिल्स, तराई और डुआर्स के लोगों के लिए किए गए प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए कृतसंकल्प हैं।