भाजपा विधायक शंकर घोष ने की पूर्व विधायक अशोक भट्टाचार्य से मुलाकात
जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी सिलीगुड़ी विधानसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित भाजपा विधायक शंकर घोष
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी विधानसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित भाजपा विधायक शंकर घोष ने शनिवार को राजनीतिक सौजन्यता का परिचय देते हुए माकपा के वरिष्ठ नेता व सिलीगुड़ी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक अशोक भट्टाचार्य से मुलाकात की। घोष ने शहर सुभाषपल्ली स्थित भट्टाचार्य के घर जाकर उनका आर्शीवाद लिया तथा राजनीतिक चर्चा की। इस मौके पर घोष ने संवाददाताओं से बातें करते हुए कहा कि अशोक भट्टाचार्य उनके राजनीतिक गुरु रहे हैं। उनसे काफी कुछ सिखने को मिला है। सिलीगुड़ी नगर निगम में जब वे मेयर थे, उनके मार्गदर्शन में एमआइसी के रूप में नगर निगम की जनता का सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ था। भट्टाचार्य से उनका एक सौजन्य मूलक भेंट था। अब जनता ने मुझे सिलीगुड़ी का विधायक चुनी है, तो जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगा। वहीं माकपा के वरिष्ठ नेता अशोक भट्टाचार्य ने इसे एक सौजन्यमूलक भेंट करार देते हुए कहा कि जिस उम्मीद व प्रत्यासा के साथ जनता उन्हें विधायक चुनी है, तो जनता के लिए कार्य करना चाहिए। कोरोना वायरस महामारी के दौर में अधिक से अधिक लोगों के बीच जाकर जनता का सहायता मुहैया कराने की जरूरत है।
उल्लेखनीय है कि कभी माकपा के वरिष्ठ नेता रहे शंकर घोष राज्य विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद माकपा को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा से ही उन्हें सिलीगुड़ी विधानसभा सीट से टिकट दिया गया था। जबकि तृणमूल कांग्रेस से यादवपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर व तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता ओमप्रकाश मिश्र तृणमूल कांग्रेस से तथा माकपा-कांग्रेस गठबंधन संयुक्त मोर्चा से अशोक भट्टाचार्य चुनावी मैदान में थे। पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे घोष ने तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार ओमप्रकाश मिश्र को लगभग 35 हजार मतों से हराकर विधायक निर्वाचित हुए। वहीं माकपा-कांग्रेस गठबंधन संयुक्त मोर्चा उम्मीदवार अशोक भट्टाचार्य 26 हजार से कुछ ज्यादा मत पाकर तीसरे नंबर पर रहे।