कोरोना : कहर बनकर टूटा मई का पहला सप्ताह, 3100 के लगभग मामले आए सामने

-सिर्फ सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में कोरोना के 2024 मामले किए गए दर्ज -सिलीगुड़ी महकमा के अ

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 08:03 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 08:03 PM (IST)
कोरोना : कहर बनकर टूटा मई का पहला सप्ताह, 3100 के लगभग मामले आए सामने
कोरोना : कहर बनकर टूटा मई का पहला सप्ताह, 3100 के लगभग मामले आए सामने

-सिर्फ सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में कोरोना के 2024 मामले किए गए दर्ज

-सिलीगुड़ी महकमा के अन्य हिस्सों में भी 1251 लोग मिले संक्रमित

मौत के मामलों में स्थापित किया नया रिकार्ड, एक सप्ताह में कोरोना संक्रमित 60 मरीजों की मौत

पहले सप्ताह में 750 मरीजों ने कोरोना से जंग जितने में भी हासिल की कामयाबी

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोना के वायरस के बढ़ते मामले मई महीने के पहले सप्ताह में ही सारा रिकार्ड ध्वस्त कर दिया है। जब अप्रैल महीने में कोरोनावायरस का दूसरा चरण शुरू हुआ तो शायद ही किसी को लगा होगा क्या देखते देखते पूरे देश को खतरनाक तरीके से अपने आगोश में ले लेगा। कोरोनावायरस के दूसरे चरण से पूरे देश के विभिन्न राज्यों की तरह पश्चिम बंगाल व सिलीगुड़ी के आसपास के क्षेत्र भी अछूते नहीं रहे। अप्रैल महीने में सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में यहा लगभग 5000 मामले आए, तथा 60 से ज्यादा मरीजों की मौत हुई। वहीं मई महीना के शुरुआती प्रथम सप्ताह काफी भयावह रहा है। कोरोनावायरस के नए मामले तथा इस बीमारी से हो रही मौतें स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन के साथ-साथ मरीजों और उनके परिजनों को सकते में डाल दिया है। मई महीने में कोरोनावायरस किस कदर बढ़ रहा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले सात दिनों के दौरान सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में कोरोनावायरस के लगभग 3300 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें सिर्फ सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में आकड़ा 2024 का है। जबकि सिलीगुड़ी महकमा के माटीगाड़ा नक्सलबाड़ी गोलीबारी फासीदेवा प्रखंड तथा सिलीगुड़ी से सटे सुकना में इन पाच दिनों में 1271 मामले सामने आए हैं। सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र हो अथवा सिलीगुड़ी महकमा परिषद के इलाके हो इन सभी जगहों पर मई के पहले सप्ताह में कोरोना के आए मामले पूरे कोरोना काल सर्वाधिक मामले देखे जा रहे हैं। एक और जहा मामले बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मृतकों की भी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल समेत नìसग होम में एक सप्ताह के दौरान 60 मरीजों की मौत हो चुकी है।

वहीं बीते महीने अप्रैल के प्रथम सप्ताह की तुलना की जाए, तो अप्रैल के प्रथम सप्ताह में मात्र सौ मामले दर्ज किए गए थे। जबकि पहले सप्ताह में पांच मरीजों की मौत हुई थी। वहीं 25 मरीजों ने कोरोना से जंग जितने में कामयाब हुए थे। हालांकि अप्रैल के प्रथम सप्ताह के बाद ही कोरोना ने अपना उग्र रूप दिखाना शुरू कर दिया था।

कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच जहा उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में लगभग एक सौ मरीज भर्ती हैं। वहीं सिलीगुड़ी आसपास के निजी अस्पतालों में भी काफी संख्या में मरीज भर्ती हैं। यहा तक की निजी अस्पतालों में भर्ती होने के लिए मरीजों का अलार्म लगा हुआ है लेकिन बेड नहीं होने की मजबूरी बता अस्पताल प्रबंधन मरीजों को भर्ती करने से इंकार कर दे रहे हैं। कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य विभाग का सिर्फ यही कहना है किस बीमारी के दूसरे चरण में जिस तरफ से मामले बढ़ रहे हैं, इससे लोगों को और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के डीन तथा कोविड नेटवर्क, सिलीगुड़ी के संयोजक डॉक्टर संदीप सेनगुप्ता का कहना है कि कोरोना से बचने का एकमात्र उपाय जागरूकता ही रह गया है। लोगों को विशेष सावधानी बरतते हुए भीड़भाड़ वाले इलाके में बिल्कुल ही नहीं जाना चाहिए। शारीरिक दूरी बनाए रखते हुए घर से बाहर हर समय मास्क का उपयोग करना चाहिए। मास्क लगाते समय आप पूरी तरह से ध्यान रखना होगा कि मुंह और नाक दोनों ढका रहे। समय-समय पर हाथ को सैनिटाइज करते रहना होगा। कोरोना के लक्षण दिखने परिवार के अन्य सदस्यों से दूरी बनाते हुए को भी टेस्ट तुरंत कराना चाहिए।

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