भाजपा उत्तर बंगाल जोन की बैठक में की गई चुनावी रणनीतियों पर चर्चा
भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं ने रविवार को माटीगाडा के एक उप नगरी में उत्तर बंगाल प्रात की बैठक में नेताओं को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वह घर छोड़ें किंतु शहर नहीं।
बैठक में भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को सिर्फ घर छोड़ें, लेकिन शहर नहीं किया दिया गया फरमान
-राज्य की जनता चाहती है पश्चिम बंगाल में बने भाजपा की सरकार, मतदाताओं तक पहुंचे पार्टी नेता व कार्यकर्ता
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं ने रविवार को माटीगाडा के एक उप नगरी में उत्तर बंगाल प्रात की बैठक में नेताओं को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वह घर छोड़ें, लेकिन शहर नहीं। इस बैठक में पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रभारी व राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, सह प्रभारी अरविंद मेनन, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री श्री प्रकाश जी, उत्तर बंगाल संयोजक संतन बसु, सासद राजू बिष्ट जॉन बारला, सुकात मजूमदार समेत अन्य नेता मौजूद थे। इस बैठक में शक्ति प्रमुख जिला महासचिव जिला अध्यक्ष तथा अन्य प्रभार वाले नेताओं को कहा गया कि जनता बंगाल में परिवर्तन चाह रही है। लोग वर्तमान राज्य सरकार से पूरी तरह परेशान है। वे चाहते हैं कि बंगाल में भारतीय जनता पार्टी कि सरकार आए। केंद्र के साथ मिलकर डबल इंजन की सरकार उपेक्षित बंगाल को सोनार बाग्ला बनाए। इसके लिए जरूरी है कि लोगों की उम्मीदों पर भारतीय जनता पार्टी का नेता और कार्यकर्ता पूरी तरह खरा उतरे। केंद्र सरकार की एक के की योजनाओं को लोगों तक पहुंच जाएं और उनकी एक एक समस्या को हल करने के लिए जो भी कदम उठाना पड़े उठाया जाए। कार्य करने में कहा-कहा क्या व्यवधान आ रहा है इसकी जानकारी भी तुरंत अपने उच्चाधिकारियों तक दे। 11 बूथ पर महिला बुद्धिजीवी युवा तथा उस क्षेत्र के बुजुर्गो के साथ पार्टी कदमताल करें। बहुत सारे मतदाताओं जो भारतीय जनता पार्टी के समर्थक हैं का नाम काट दिया गया है या हटवा दिया गया है उसकी जानकारी इकट्ठा कर उस दिशा में सकारात्मक कदम उठाया जाए।
राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष कभी इस बैठक में आना तय था। मौसम की खराबी के कारण विमान नहीं आप आने से वह बैठक में शामिल नहीं हो पाए। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को जो जिम्मेदारी दी जाती है उसे वे हर हाल में पूरा करें। पार्टी किसी प्रकार का कोई स्क्विज सुनने को तैयार नहीं है। बैठकों का दौर लगातार जारी है।