नदियों की सुध लेने को जगा नगर निगम

-सुभाष पल्ली इलाके में फूलेश्वरी नदी से कचरों की हुई सफाई -महाकाल पल्ली में सूर्यसेन पार्क के

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 10:23 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 10:23 PM (IST)
नदियों की सुध लेने को जगा नगर निगम
नदियों की सुध लेने को जगा नगर निगम

-सुभाष पल्ली इलाके में फूलेश्वरी नदी से कचरों की हुई सफाई

-महाकाल पल्ली में सूर्यसेन पार्क के निकट भी सफाई की गई

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : शहर की नदियों की सुध लेने को अब सिलीगुड़ी नगर निगम हरकत में आया है। इसके तहत नगर निगम के सफाई कíमयों ने रविवार को सुभाषपल्ली इलाके में फुलेश्वरी नदी की सफाई की। सिलीगुड़ी नगर निगम की प्रशासकीय समिति के सदस्य रंजन सरकार ने स्वयं अपनी निगरानी में यह सफाई कार्य करवाया। वहीं, इसी दिन 10 नंबर वार्ड के निवर्तमान पार्षद कमल अग्रवाल ने भी, सिलीगुड़ी नगर निगम के सौजन्य से, महाकाल पल्ली इलाके में सूर्यसेन पार्क के बगल में, महानंदा नदी किनारे के खाली पड़े मैदान से कचरों की सफाई करवाई। इस दिन उपरोक्त दोनों ही जगहों पर जेसीबी मशीन लगा कर कचरों की सफाई करवाई गई।

इस बाबत सिलीगुड़ी नगर निगम की प्रशासकीय समिति के सदस्य रंजन सरकार ने कहा कि हमारे चेयरमैन गौतम देव के नेतृत्व में हम लोगों ने शहर को पूरी तरह पर्यावरण मैत्री शहर बनाने का संकल्प लिया है। इस दिशा में महानंदा नदी की सफाई व इसके तट के सौंदर्यीकरण के साथ ही साथ फूलेश्वरी व जोरा पानी आदि नदियों का भी जीर्णोद्धार किया जाएगा। इसी कड़ी में आसन्न बरसात के मौसम के मद्देनजर आगामी एक जुलाई से शहर भर में कम से कम 10,000 पौधे लगाने का भी अभियान चलाया जाएगा।

इधर, जगह-जगह इन नदियों के किनारे लगने वाले बाजार में लोगों, विशेषकर व्यवसायियों के बीच जा कर अपील की गई है कि वे नदियों में थर्मोकोल, प्लास्टिक, आदि कचरा न फेंकें। शहर के विभिन्न इलाकों में व्यवसायी समितियों को भी इस बाबत अपने-अपने बाजार के लोगों के बीच जागरूकता फैलाने व इसकी निगरानी करने को कहा गया है। अभी प्रथम चरण में हम केवल अपील कर रहे हैं। उसके बाद कड़ी कार्रवाई भी शुरू की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ-कुछ जगहों पर नदी किनारे विशेषकर फूलेश्वरी व जोरा पानी नदी किनारे अतिक्रमण भी खूब देखा जा रहा है। इस बाबत भी अतिक्रमणकारियों को कहा गया है कि वे अविलंब अपने अवैध कब्जे हटाएं। वरना, नगर निगम उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने को बाध्य होगा।

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