मरीजों के भागने से एनबीएमसीएच का पुराना नाता
फालोअप -दो साल पहले भी गायब हो गए थे दो मरीज - अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर खड़े हो
फालोअप
-दो साल पहले भी गायब हो गए थे दो मरीज
- अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर खड़े हो रहे हैं सवाल
-जब-तब आग लगने की घटना से भी परेशानी
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल से ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस) से पीड़ित मरीज के भागने के बाद अभी तक उसका कोई पता नहीं चल सका है। दूसरी ओर मेडिकल कॉलेज से मरीज भागने की यह पहली घटना नहीं है। एक तरह से कहा जाए तो उत्तर बंगाल मेडिकल कॉजेज एवं अस्पताल एनबीएमसीएच का वार्डो से मरीज के भागने का पुराना नाता है। यहां बीच-बीच में मरीज तो भागते ही हैं साथ ही आग लगने की घटना भी बीच-बीच में होती रहती है। पिछले दिनों एनबीएमसीएच के कोविड वार्ड के सीसीयू यूनिट अंतर्गत आक्सीजन पाइप लाइन में आग लगने की घटना हुई थी। हालांकि आग पर तुरंत काबू पा लिया गया था। जिससे बड़ी दुर्घटना होने से बच गई थी। इन सब घटनाओं से मरीजों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे है। एक बाद एक इस तरह की घटना के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। इसी घटनाओं को रोकने की कोई पहल नहीं की गई है। यही सबसे बड़ी चिंता की बात है। उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल से दो वर्ष पहले भी दो मरीज के लापता होने का मामला सामने आया था। एनबीएमसीएच के आधिकारिक सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2018 में इलाजरत दो मरीज वार्ड से गायब हो गए थे। इनमें एक मरीज तो सिलीगुड़ी महकमा के बागडोगरा का निवासी था। इसी तरह से बीते बुधवार को एक दक्षिण बंगाल के मुर्शिदाबाद जिला निवासी 58 वर्षीय एक महिला मरीज को ब्लैक फंगस के संदिग्ध के रूप में एनबीएमसीएच लाया गया था। एनबीएमसीएच के इएनटी वार्ड में उसे भर्ती किया गया। उसकी ब्लैक फंगस की जांच के लिए सैंपल भेजा गया था। गुरुवार को आई जांच रिपोर्ट में वह ब्लैक फंगस संक्रमित पाई गई। हालांकि इसके कुछ देर बाद ही वह मरीज वार्ड से गायब हो गई। जब बेड पर मरीज नहीं मिली तो वार्ड में स्वास्थ्यकर्मियों के बीच हड़कंप मच गया। इसके बाद इस घटना की सूचना एनबीएमसीएच प्रशासन द्वारा एनबीएमसीएच पुलिस आउट पोस्ट में को दी गई। क्या कहते हैं अस्पताल अधीक्षक
इस बारे में उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के मेडिकल अस्पताल के अधीक्षक संजय मल्लिक ने कहा कि इस मरीज के वार्ड में गायब होने के मामले में पुलिस को सूचना दे दी गई है। इसके अलावा महिला के परिवार के लोगों से भी संपर्क किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एनबीएमसीएच के विभिन्न गेटों पर सुरक्षा गार्ड तैनात रहते हैं। वार्डो के सामने व कॉरिडोर में सीसीटीवी कैमरे में भी लगाए गए हैं। हर वार्ड के गेट के सामने सुरक्षा गार्ड तैनात करना संभव नहीं है। इसके अलावा वार्डो में लोगों का आना-जना लगा रहता है। इसी की आड़ में वह महिला मरीज मौका देखकर वार्ड से निकल गई होगी। उन्होंने कहा कि अब आगे का काम पुलिस को करना है।