श्मशान घाट का निर्माण ग्रामीणों के साथ अन्याय

जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी शहर के डाबग्राम फुलवाडी विधानसभा क्षेत्र के वार्ड 42 स्थित सरोजिनी पल्ल

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 06:17 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 07:19 PM (IST)
श्मशान घाट का निर्माण ग्रामीणों के साथ अन्याय
श्मशान घाट का निर्माण ग्रामीणों के साथ अन्याय

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी:

शहर के डाबग्राम फूलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र के वार्ड 42 स्थित सरोजिनी पल्ली में प्रस्तावित श्मशान घाट को लेकर ग्राम वासियों में आक्रोश कम नहीं हो रहा है। लोग खुलकर इस श्मशान घाट के निर्माण का विरोध कर रहे हैं। इन लोगों का कहना है जन बहुल इलाके में श्मशान घाट के निर्माण का कोई मतलब नहीं है। महानंदा किनारे खाली जमीन की कोई कमी नहीं है। यदि श्मशान घाट बनाना जरूरी ही है तो कहीं दूर बनाया जाना चाहिए। इस इलाके में तो श्मशान नहीं बनने देंगे। इसके लिए पूरे इलाके के लोग आंदोलन करने के लिए तैयार हैं।

ना जाने क्यों नगर निगम की ओर से इस भीड़ भाड़ वाले इलाके में श्मशान घाट निर्माण कराने की पड़ी है। यहा अगर ऐसा होता है तो ग्रामीणों के साथ अन्याय होगा। यहा महिलाएं और बच्चे घर से बाहर नहीं निकल पाएंगे। जिस प्रकार कुलीपाड़ा का क्षेत्र आज तक शमशान भूमि के कारण विकास नहीं कर सका वही हाल यहा का भी होगा।

-रंजीत शर्मा नगर निगम या सरकार यहा के लोगों की इतना ही चिंता करती है तो यहां बच्चों के लिए खेलकूद का पार्क या अन्य कोई ऐसी सुविधाएं उपलब्ध करवाएं जिससे बच्चे का वास्तविक विकास हो सके। इसके बदले सरकार और नगर निगम यहा भीड़भाड़ वाले इलाके में श्मशान घाट बनाने पर आमादा है,यह ठीक नहीं है।

-जीतेन राय

प्रस्तावित श्मशान घाट आने वाले बच्चों के भविष्य के लिए काफी खतरनाक है। राज्य में मा माटी मानुष की सरकार है। अगर सरकार वास्तव में लोगों से प्यार करती है तो इस खाली जमीन पर महिलाओं के प्रशिक्षण संबंधित कोई ऐसे कार्य किया जाए जिससे इस इलाके की महिलाओं के भविष्य सुधर सके।

-लिपिना बेगम इस क्षेत्र में 8 से 10 बस्ती के लोग इलाज के लिए काफी दूर जिला अस्पताल जाते हैं। ऐसे में अगर सरकार इस इलाके का भला चाहती है तो यहा एक प्राइमरी हेल्थ सेंटर या फिर बच्चों के लिए स्कूल का निर्माण करवाए। ऐसा नहीं करने से यहा के लोग श्मशान घाट से निकलने वाले प्रदूषण से या तो इलाका छोड़कर चले जाएंगे या फिर कुंठित जीवन जीने पर विवश होंगे।

-उमा शकर साह आने वाले दिनों में यह इलाका श्मशान घाट होने से पूरी तरह खत्म हो जाएगा। बचपन से हम लोग यह जानते हैं की श्मशान घाट का ऐसे जगह पर निर्माण कराया जाता है जहा लोगों की आवाजाही नहीं हो। अगर नगर निगम इस खाली जगह का सदुपयोग करना चाहती है तो फूलों का बड़ा पार्क लगाए जो यहा के वातावरण को अच्छा करेगा। श्मशान घाट हम लोग बनने नहीं देंगे।

-कविता पासवान इस इलाके का वास्तविक विकास करने के लिए नगर निगम और सरकार को इस खाली जगह पर बच्चों के शारीरिक विकास के लिए खेलकूद का मैदान तैयार करवाना चाहिए। श्मशान के लिए आवंटित पैसे से पैसे से महानंदा के कटाव को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाना चाहिए। हम लोग श्मशान घाट छोड़ जो भी निर्माण कार्य होगा उसमें सहभागी बनेंगे।

-गीता पासवान

chat bot
आपका साथी