पार्वत्य क्षेत्र में दुकान खोलने का समय परिवर्तित करें: शांता छेत्री

जिला शासक ने कहा कि रास सदस्य के प्रस्ताव को गृह मंत्रालय भेजेंगे अनुमति मिली तो जरूर समय परिवर्तित

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 07:34 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 07:34 PM (IST)
पार्वत्य क्षेत्र में दुकान खोलने का समय परिवर्तित करें: शांता छेत्री
पार्वत्य क्षेत्र में दुकान खोलने का समय परिवर्तित करें: शांता छेत्री

जिला शासक ने कहा कि रास सदस्य के प्रस्ताव को गृह मंत्रालय भेजेंगे अनुमति मिली तो जरूर समय परिवर्तित करेंगे

जागरण संवाददाता,कíसयाग:

कोरोना संक्रमण के फैलते महामारी बीच लोगों की सुरक्षा के लिहाज से वर्तमान में सरकार की ओर से मिनी लाकडाउन के तहत दाíजलिंग पहाड़ी क्षेत्र के व्यवसायियों के लिए दुकानों को खोलने हेतु निर्धारित किये गये समय में परिवर्तन करने की माग रास सदस्य शाता छेत्री ने की है।

उन्होंने निर्धारित समय में परिवर्तन करने की माग दाíजलिंग के जिलाशासक से रखा है। इस आशय की जानकारी देते हुए सासद शाता छेत्री ने बताया कि जिलाशासक को उन्होंने बताया कि वर्तमान में आवश्यक सेवाओं के दुकानों को छोड़कर अन्य संपूर्ण दुकानों को सुबह 7 बजे से 10 बजे तक व दोपहर 3 बजे से 5 बजे तक खोलने के लिए निर्देश जारी किया गया है। यह निर्धारित समय दाíजलिंग पहाड़ी क्षेत्र के व्यवसायियों के लिए सटीक नहीं है। कारण पहाड़ी क्षेत्र के अधिकतर दुकानें सुबह 9 से 10 बजे के बीच खुलती है। इसलिए सुबह का समय प्राय: ऐसे ही बीत जाता है। सुबह के निर्धारित समय में कारोबार में व्यापक असर पड़ता है।

उन्होंने कहा कि दाíजलिंग पहाड़ी क्षेत्र के अधिकतर बाजार भौगोलिक दृष्टिकोण से चाय बागान,वन वस्ती आदि से घिरा हुआ है। इस क्षेत्र के अधिकतर लोग बाजार में मार्केटिंग के लिए सुबह 9 से 10 बजे तक आकर तकरीबन 2 से 3 बजे तक लौट जाते हैं। इसलिए सरकार द्वारा निर्धारित दोपहर का समय भी व्यवसायियों के लिए उपयुक्त नहीं है।

उन्होंने कहा कि बेहतर होता दाíजलिंग पहाड़ी क्षेत्र के व्यवसायियों के समस्याओं को ध्यान में रखकर निर्धारित समय में परिवर्तन कर सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक कर दिया जाता। रास सदस्य शाता छेत्री ने बताया कि इस पर जिलाशासक ने कहा कि कोरोना संक्रमण के महामारी बीच मिनी लाकडाउन के दौरान दाíजलिंग पहाड़ी क्षेत्र के दुकानों को खोलने के लिए पश्चिम बंगाल राज्य सरकार के गृह विभाग द्वारा समय निर्धारित किया गया है। इसके बारेमें वे प्रस्ताव को गृह विभाग में भेज देंगे। वहा से जैसा निर्णय आयेगा,उसी अनुरूप अगला कदम उठाया जाएगा।

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(फोटो : शांता छेत्री)

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