वामपंथी अधिवक्ता संगठन ने किया विरोध प्रदर्शन, कहा- अदालत परिषद में हो नए भवन का निर्माण
संगठन के नेता दिवाकर राय ने कहा कि सिलीगुड़ी अदालत परिसर में पिछले 4 वर्षों से अदालत के नए भवन का काम अटका हुआ है। कोरोना काल लगभग समाप्त होने के बावजूद सिलीगुड़ी अदालत में सामान्य कार्यवाही नहीं हो पा रही है ।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। वामपंथी अधिवक्ताओं का संगठन ऑल इंडियन लॉयर्स यूनियन की ओर से शुक्रवार सिलीगुड़ी अदालत परिसर में विभिन्न मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया गया। संगठन के नेता दिवाकर राय ने कहा कि सिलीगुड़ी अदालत परिसर में पिछले 4 वर्षों से अदालत के नए भवन का काम अटका हुआ है। कोरोना कॉल लगभग समाप्त होने के बावजूद सिलीगुड़ी अदालत में सामान्य कार्यवाही नहीं हो पा रही है इसके कारण अदालत से जुड़े अधिवक्ताओं के अलावा पीड़ितों को उचित न्याय नहीं मिल पा रहा।
केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानून लाए जाने के खिलाफ पूरे देश में किसान आंदोलन कर रहे हैं। केंद्र सरकार इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट के बहाने मामले को लटकाने और भड़काने में लगी है। हम अधिवक्ता भी ज्यादातर कृषि परिवार से आते हैं। किसानों के आंदोलन के समर्थन में हम अधिवक्ता आज इस आंदोलन में उनके साथ कदम से कदम मिलाने को तैयार हैं। कानून का अध्ययन करने के बाद हमारी मांग है कि अभिलंब इस कानून को रद्द करते हुए किसानों को राहत दी जाए।
अधिवक्ता दिवाकर राय ने कहा कि यह कार्यक्रम सिर्फ सिलीगुड़ी में ही नहीं बल्कि पूरे पश्चिम बंगाल में विभिन्न अदालतों में संगठन के द्वारा प्रदर्शन कर किया जा रहा है।न को रद्द करने समेत विभिन्न मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया। संगठन से जुड़े अधिवक्ताओं ने हाथ में तख्ती लेकर अपनी मांगों के समर्थन में पूरे कोर्ट परिसर में घूम घूम कर नारे लगाए और उनकी मांगों को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार से मांग की।