जनप्रतिनिधि का धर्म जनता की सेवा करना है : शाता छेत्री
जागरण संवाददाताकíसयाग। विगत 17 अप्रैल के दिन संपन्न कालिम्पोंग विधानसभा चुनाव के नव - निर्वाचित
जागरण संवाददाता,कíसयाग।
विगत 17 अप्रैल के दिन संपन्न कालिम्पोंग विधानसभा चुनाव के नव - निर्वाचित विधायक रूदेन सादा लेप्चा द्वारा जारी किये गये एक बयान,जिसमें उन्होंने कहा है कि चुनाव में जीत हासिल किये गये इलाके में ही प्राथमिकता देकर विकासमूलक कार्य करूंगा,इस प्रकार के बयान का राज्यसभा सासद श्रीमती शाता छेत्री ने घोर भत्सर्ना जताया है।
उन्होंने कहा है कि विधायक वोट देने व नहीं देनेवाले सभी के जनप्रतिनिधि होते हैं। मुझे आशा है कि कíसयाग,दाíजलिंग व कालिम्पोंग से नव - निर्वाचित संपूर्ण विधायक विधानसभा में जाकर पहाड़वासी के प्रतिनिधि होकर पहाड़ के हित में कार्य करेंगे।
उन्होंने कालिम्पोंग के नव - निर्वाचित विधायक रूदेन सादा लेप्चा के संदर्भ में कहा है कि आप गोजमुमो विनय गुट के मात्र विधायक नहीं,बल्कि संपूर्ण पहाड़वासियों के विधायक हैं।शपथ ग्रहण करने से पूर्व आप के द्वारा रखे गये बयान का मैं खंडन करती हूं। आप ने कालिम्पोंग के जनता के मन में जो बयान के मार्फत ठेस पहुंचाने का कार्य किया है,उस बयान को आप वापस लें। किसी भी पार्टी में राजनीति करने का उद्देश्य जनसेवा है।जनप्रतिनिधि का धर्म जनता की सेवा करना है।
सासद शाता छेत्री ने कहा है कि मैं भी पन्द्रह वर्षो तक लगातार विधायक थी। परंतु किसी से भेदभाव किये वगैर मैंने अपनी कार्यकाल के दौरान विविध प्रकार के विकासमूलक कार्यो को किया। एक जनप्रतिनिधि होने के बाद वे वोट देने व नहीं देनेवाले संपूर्ण लोगों के विधायक या जनप्रतिनिधि होते हैं। किसी एक राजनैतिक पार्टी के नहीं।
आज भी मैं राज्यसभा सासद हूं। परंतु मैं तृणमूल काग्रेस पार्टी से संलग्न होने के बावजूद मैं बिना किसी भेदभाव संपूर्ण राज्यवासियों के लिए ही कार्य करती हूं।
बुधवार पश्चिम बंगाल राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ तीसरी बार लेते हुए सत्ता की बागडोर संभालनेवाली ममता बनर्जी के प्रति आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने पर मैं काफी हíषत हूं।