तीसरी लहर से बचाव का एक मात्र उपाय प्रभावी टीकाकरण: डॉ. कौशिक

डाक्टर का कहना है लोगो लगाएं ----------------------- -नवंबर के अंत तक या बीच में

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 08:53 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 08:53 PM (IST)
तीसरी लहर से बचाव का एक मात्र उपाय प्रभावी टीकाकरण: डॉ. कौशिक
तीसरी लहर से बचाव का एक मात्र उपाय प्रभावी टीकाकरण: डॉ. कौशिक

डाक्टर का कहना है ::: लोगो लगाएं

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-नवंबर के अंत तक या बीच में कोराना की तीसरी लहर करेगी हिट

- युवा वर्ग पर होगा इसका अधिक असर, केवल वैक्सीन ही सहारा

-तीसरी लहर में दो-तीन दिन में खराब हो सकते हैं फेफड़े जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: शहर के लोग अभी भी कोविड 19 की दूसरी लहर के प्रभाव में हैं और व्यक्तिगत नुकसान को ठीक करने में सक्षम नहीं है। लेकिन इसी बीच अब तीसरी लहर की तैयारी का समय भी आ गया है।

युवा वर्ग को अधिक प्रभावित करेगी कोरोना की तीसरी लहर

सिलीगुड़ी के सीनियर कंसल्टेंट सर्जन डॉ कौशिक भट्टाचार्य के अनुसार इस साल नवंबर के अंत या बीच में कहीं न कहीं तीसरी लहर के हिट करने की उम्मीद है। यह तीसरी लहर ज्यादातर युवा पीढ़ी को प्रभावित करेगी। लगता है कि दूसरी लहर के संक्रमण के दौरान हमारे अंदर विकसित प्रतिरक्षा प्रणाली अगले 6 महीनों में नीचे चली जाएगी और इसके बाद तीसरी लहर शुरू होगी।

टीकाकरण से ही तीसरी लहर से बचाव संभव

डॉ कौशिक ने बताया कि तीसरी लहर के प्रकोप से बचने का एकमात्र तरीका प्रभावी टीकाकरण अभियान है। उपलब्ध आकड़ों के अनुसार, भारत ने वैक्सीन की पहली खुराक के साथ अपनी आबादी का लगभग 11 फीसद टीकाकरण किया है। इस टीकाकरण को कोविड 19 की तीसरी लहर के बाद के प्रभावों को रोकने के लिए लगभग 60 से 70 फीसदी तक बढ़ाया जाना चाहिए।

युवा वर्ग के टीकाकरण पर जोर जरूरी

अभी देश में कई स्थानों पर टीके की उपलब्धता की कमी है। लेकिन 18 साल से ऊपर के युवाओं के टीकाकरण के लिए सभी स्तरों पर जोर दिया जाना चाहिए। स्न्क्त्रस्- ष्टश्रङ्क 2 वायरस के सभी उत्परिवर्तन भिन्नता को कवर करने के लिए टीका को भी अपग्रेड करने की आवश्यकता है। भारत ने अभी भी कोविड 19 के खिलाफ बच्चों का टीकाकरण शुरू नहीं किया है।

दूसरी लहर में देखा जाने वाला सबसे खतरनाक म्यूटेशन भारत में डबल म्यूटेंट वायरस क्च.1.617 है और वायरस के इन नए उपभेदों के कारण, भारत में तीसरी लहर की मार अपरिहार्य है।

तीसरी लहर में दो-तीन दिन में खराब हो सकते हैं फेफड़े

डॉ कौशिक भट्टाचार्य ने कोराना की तीसरी लहर के बारे में बताया कि उन्हें लगता है कि जब पहली लहर आई थी, तो लोगों के फेफड़े लगभग 10 दिनों में खराब हो रहे थे, दूसरी लहर में 5 से 7 दिन में होने लगे। लेकिन तीसरी लहर अधिक घातक हो सकती है और केवल दो से तीन दिनों में फेफड़ों को खराब करने के साथ ही अपूरणीय क्षति भी दे सकती है। आध्र प्रदेश में दूसरी लहर में ही इस तरह के घातक नुकसान की बात सामने आ चुकी है।

अगर हम किसी प्रकार से 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को टीका लगा सकते हैं तो तीसरी लहर के प्रभाव को काफी कम किया जा सकता है। तीसरी लहर का वायरस भारत में 18 साल से कम उम्र के बच्चों को भी प्रभावित करेगा। तीसरी लहर के प्रभाव से बचने के लिए शहर के सभी लोगों को वैक्सीन हर हाल में लगवानी चाहिए क्योंकि केवल टीकाकरण ही इससे बचने के का एक मात्र उपाय है।

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