बीडीओ को दी जनसमस्याओं की जानकारी
संसू.मिरिक गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के कार्यवाहक अध्यक्ष अनित थापाने 23/सियोक-गोपालधारा-ओकाइटी समष्टि
संसू.मिरिक: गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के कार्यवाहक अध्यक्ष अनित थापाने 23/सियोक-गोपालधारा-ओकाइटी समष्टि में लाडुप घीसिंग को संयोजक का दायित्व सौपने के बाद घीसिंग ने अपनी टीम के साथ सामाजिक कार्य एवं सांगठानिक गतिविधियां तेज कर दी है। कुछ दिन पहले 23/समष्टि नारी मोर्चा के गठन के बाद गुरूवार को संयोजक घीसिंग ने , नारी मोर्चा अध्यक्ष समझौता राई की प्रतिनिधि टोली ने मिरिक खण्ड विकास अधिकारी से मुलाकात करके विभिन्न विषयों पर चर्चा-परिचर्चा की। बीडियो के साथ स्वास्थ्य साथी कार्ड के सम्बन्ध में खण्ड विकास अधिकारी से जनता की समस्या का सरल ढंग से समाधान करने के लिए विशेष कदम उठाने के साथ साथ विविध सरकारी योजनाओं को भी जनता के समक्ष पहुचाने का आग्रह किया । संयोजक घीसिंग ने मिरिक खण्ड के भारत-नेपाल सीमावर्ती गांव-घर को सरकारी सहुलियत से वंचित होने न देने के किए कतिपय आवश्यक सुझाव भी साझा किए। मिरिक खण्ड विकास अधिकारी ने प्रतिनिधि टोली को मिरिक की प्रगति के लिए सकारात्मक सोच रखना जरुरी बताया ।
(फोटो - मिरिक खण्ड विकास अधिकारी से मुलाकात करते हुए गोजमुमो मिरिक 23 नम्बर समष्टिके सयोजक लाडुप घीसिंग )
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गोजमुमो की सभा संपन्न
संसू.मिरिक: गोरखा जनमुक्ति मोर्चा घुम जोरबं्गलो अíडनेशन कमेटी की सभा डीबी शाह की अध्यक्षता में हुई। सभा ने गोजमुमो के नवनिर्वाचित कार्यकारी अध्यक्ष अनित थापा के नेतृत्व को सागठनिक रुप में मजबूत बनाने पर जोर दिया। सभा को युवा मोर्चा सभापनि दोर्जी डुक्पा, दीपक छेत्री,प्रकाश सुब्बा,भरत ठकुरी,सांगे डुक्पा,सुमन शर्मा एवं सभाध्यक्ष शाह ने अध्यक्ष थापा आदि ने संबोधित किया। जीवन खवास द्वारा संचालित सभा में समष्टि नेतृत्व, शाखा एव प्रशाखा के प्रतिनिधि सदस्य विशेष रूप से उपस्थित थे।
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होटल व रेस्टोरेट में दिखने लगे पर्यटक
संसू. मिरिक: मिरिक पर्यटन केन्द्र में मौसम सुहाना होने के कारण सैलानियों के आगमन में इजाफा हुवा है। कोविड के सरकारी नियमों का कड़ाई से पालन करते हुए पर्यटक यहां पहुच रहे हैं। पर्यटन केन्द्र में होटल व रेस्टोरेंट में ठहरने के लिए पर्यटको के लिए होटल संचालको को भी आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। पर्यटन केन्द्रके फुलबारी , झील का मनोरम दृश्य देखने लायक है । कोविड के कारण पूरी तरह प्रभावित पर्यटन व्यवसाय धीरे धीरे पटरी पर आ रहा है। वास्तव में पहाड़ का आíथक मेरुदण्ड मे चाय उद्योग के बाद पर्यटन व्यवसाय ही आता है। पर्यटन व्यवसाय में दाíजलिंग, मिरिक, कíसयांग, कालिम्पोंग के हजारों लोग निर्भर है। यहा के छोटीे-छोटी दुकानों के साथ बड़े-बड़े होटल रेस्टोरेंट तक पर्यटकों पर निर्भर है । हालांकि, विगत दो वर्ष के रिकार्ड के अनुसार इस बार पर्यटकों का आगमन काफी कम रहा फिर भी मुनाफा छोड़ सरोकारी सन्तुष्ट दिख रहे हैं। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि वैसे सैलानियो की बढ़ने पर पुन: यहां पहले जैसी रौनक आ जाएगी आने वाले दिनों पर्यटकों के आने की उम्मीद जता रहे हैं।
(फोटो: मिरिक पर्यटन केन्द्र का मनोरम दृश्य )