अवैध निर्माण तोड़ने को लेकर मचा बवाल

-मकान मालिक ने दी आत्मदाह की धमकी -मौके की नजाकत देख वापस लौटे निगम के कर्मचारी -पै

By JagranEdited By: Publish:Mon, 09 Dec 2019 09:35 PM (IST) Updated:Mon, 09 Dec 2019 09:35 PM (IST)
अवैध निर्माण तोड़ने को लेकर मचा बवाल
अवैध निर्माण तोड़ने को लेकर मचा बवाल

-मकान मालिक ने दी आत्मदाह की धमकी

-मौके की नजाकत देख वापस लौटे निगम के कर्मचारी

-पैसे एंठने के लिए दोबारा कार्रवाई का आरोप जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : अवैध निर्माण तोड़ने आए सिलीगुड़ी नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों की उस समय परेशानी बढ़ गई जब घर मालिक में शरीर पर तेल उड़ेल कर आत्मदाह की कोशिश की।

सोमवार को यह घटना सिलीगुड़ी नगर निगम के तीन नंबर वार्ड के पटेल रोड इलाके में आई है। सोमवार को दूसरी बार निगम के अधिकारी मकान का अवैध हिस्सा तोड़ने पहुंचे थे। मकान मालिक ने आत्मदाह की धमकी दी और अधिकारियों को तोड़फोड़ करने से रोका। मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर निगम के लोग भी बगैर निर्माण ढ़ाहे वापस लौट गए।

यहां बता दें कि इसी 30 जनवरी को मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में नगर निगम ने प्रधान नगर पटेल रोड निवासी संजीव दत्ता के मकान के अवैध हिस्से पर बुल्डोजर चलाया था। सोमवार को निगम के अधिकारी फिर से हथौड़ा लेकर पहुंचे। निगम की टीम को देखते ही मकान मालिक संजीव दत्ता आग-बबूला हो गए। वह केरोसीन तेल से भरा जरकीन लेकर बाहर निकले। उन्होंने निगम अधिकारियों को आत्मदाह की धमकी देकर मकान में हाथ लगाने से रोका। बाद में निगम अधिकारी वापस लौट गए। संजीव दत्ता ने बताया कि तीन मंजिला मकान का प्लान उनके पास है। तीन मंजिला के उपर उन्होंने निमार्ण कार्य कराया था। उस अवैध निमार्ण को निगम ने जनवरी महीने में ढाह दिया। फिर आज घर तोड़ने पहुंच गए। उन्होंने आगे बताया कि इलाके के कुछ नेता घर तोड़वाने की धमकी देकर रुपए की मांग कर रहे हैं। रुपया नहीं देने पर षडयंत्र के तहत निगम अधिकारी दोबारा मकान तोड़ने पहुंचे थे।

जानकारी के मुताबिक संजीव के पड़ोसी अर्णव कांति घोष ने वर्ष 2014 में निगम के एक नंबर बोरो कमिटी में अवैध निमार्ण की शिकायत दर्ज कराई थी। फिर वर्ष 2018 में अवैध निर्माण का उक्त मामला सिलीगुड़ी के एसडीओ को संज्ञान में दिया। उसके बाद इसी साल जनवरी महीने में मकान का अवैध हिस्सा तोड़ा गया। संजीव दत्ता ने बताया कि जनवरी में निगम ने जो हिस्सा तोड़ा था, उसका पुर्ननिर्माण नहीं कराया गया है। इस संबंध में सिलीगुड़ी नगर निगम के डिप्टी मेयर राम भजन महतो ने बताया कि बीते जनवरी महीने में एसडीओ के निर्देश पर इमारत का अवैध हिस्सा तोड़ा गया था। लेकिन तोड़े गए अवैध हिस्से को फिर से बनाने की शिकायत मिल रही थी। इसी वजह से सोमवार निगम के अधिकारी जाएजा लेने गए थे।

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