Fire in Siliguri: सिलीगुड़ी में भीषण अग्निकांड, तीन दुकानें जलकर खाक; लाखों का नुकसान
Fire in Siliguri सिलीगुड़ी में शुक्रवार तड़के अग्निकांड में तीन दुकानें जलकर पूरी तरह खाक हो गई है। दुकानदारों का कहना है कि इस हादसे में 15 लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया है।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। सिलीगुड़ी शहर के वार्ड 1 स्थित पंचानंद कॉलोनी वन में शुक्रवार तड़के अग्निकांड में तीन दुकानें जलकर पूरी तरह खाक हो गई है। दुकानदारों की माने तो अग्निकांड में 15 लाख से अधिक रुपए की संपत्ति जलकर खाक हो गई है। दमकल इंजन पहुंचने के पहले स्थानीय लोगों ने आग पर पूरी तरह काबू पा लिया था। दुकानदारों का आरोप है कि यह आग लगी नहीं बल्कि किसी असामाजिक तत्वों द्वारा लगाई गई है।
पीड़ित दुकानदारों के द्वारा इस संबंध में प्रधान नगर थाने में लिखित शिकायत देकर इस अग्निकांड के दोषियों को सजा दिलाने की मांग की गई है। घटना की जानकारी मिलते ही इस वार्ड के निवासी और भारतीय जनता पार्टी के जिला सचिव कन्हैया पाठक मौके पर पहुंचकर पीड़ितों को सभी प्रकार के सहयोग का आश्वासन दिया है। उन्होंने मांग की है कि पीड़ितों के द्वारा जिस प्रकार का आरोप लगाया गया है अगर यह सच है तो पुलिस आरोपियों को ढूंढ कर कठोर दंड देने की व्यवस्था करें।
अग्निकांड में इलेक्ट्रॉनिक दुकान और शादी विवाह के लिए बिजली सज्जा का काम करने वाले ललित यादव, सैलून के मालिक सुरेश ठाकुर तथा दुकानदार दुलाल दे ने बताया कि आज करीब तड़के 4:00 बजे लगी। जिस प्रकार आग लगी है उसे देखकर यह कहा जा सकता है कि आग लगी नहीं बल्कि लगाया गया है। जनरेटर और बिजली उपकरणों से भरें मैजिक गाड़ी के ऊपर प्लास्टिक लगा हुआ था जिस प्लास्टिक को पार कर इसमें आग लगाया गया है।
शादी ब्याह का सीजन शुरू होने के कारण बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक साज-सज्जा का सामान लाया गया था। अकेले 10 लाख से अधिक की संपत्ति ललित यादव की जलकर खाक हो गई है। इतना भयानक था कि जनरेटर भी पूरी तरह जलकर राख में तब्दील हो गया है। प्रधान नगर थाने के आइसी शुभाशीष चाकी ने बताया कि पुलिस सूचना मिलते ही घटनास्थल पर गई है और मामले की जांच कर रही है पीड़ितों से कहा गया है वे लिखित रूप से थाने में अपनी शिकायत करवाएं। पीड़ित लोगों का आरोप है कि समय पर दमकल भी नहीं पहुंच पाया विलंब से पहुंचने के कारण पहले ही सब कुछ जलकर खाक हो गया था।