हनुमान मंदिर, प्रकाशनगर

हनुमान मंदिर प्रकाशनगर हनुमान मंदिर प्रकाशनगर सिलीगुड़ी में इन दिनों आस्था के साथ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 07:50 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 07:56 PM (IST)
हनुमान मंदिर, प्रकाशनगर
हनुमान मंदिर, प्रकाशनगर

हनुमान मंदिर, प्रकाशनगर

हनुमान मंदिर, प्रकाशनगर , सिलीगुड़ी में इन दिनों आस्था के साथ पूजा की जा रही है। भगवान शिव का जलाभिषेक और रूद्राभिषेक किया जा रहा है। मंदिर का इतिहास: बहुत वर्ष पहले जोगी बाबा नामक साधु के द्वारा पीपल वृक्ष के नीचे बाबा हनुमान की प्रतिमा स्थापित की गई थी। वहीं से शुरू हो गया पूजा का दौर। वर्ष 1990 में मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो गया। जयपुर से प्रतिमा मंगाई गई थी। वटवृक्ष के नीचे शिवलिंग की स्थापना की गई थी। जिसका पूजन श्रद्धालुओं के द्वारा बहुत ही आस्था के साथ किया जाता है। मंदिर की पुन प्राण-प्रतिष्ठा वर्ष 2008 में की गई। सावन महीने में काफी तादाद में श्रद्धालु जलाभिषेक करने के लिए पहुंचते हैं। जोगी बाबा के सानिध्य में पूजा-पाठ करना सीखा। शिवलिंग आज भी वट वृक्ष के नीचे अवस्थित है। सावन महीने में यहां पर भक्तों की भारी भीड़ जुटती है। सावन महीने में जलाभिषेक की विशेष व्यवस्था की गई है।

उमापति मिश्र उमानंद , पुजारी

मंदिर पहुंचने का मार्ग : जंक्शन और पी सी मित्तल बस स्टैंड से आसानी से मंदिर पहुंचा जा सकता है। ऑटो, रिक्शा, ई-रिक्शा के द्वारा आसानी से मंदिर पहुंचा जा सकता है।

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हनुमान मंदिर, प्रकाशनगर , सिलीगुड़ी में इन दिनों आस्था के साथ पूजा की जा रही है। भगवान शिव का जलाभिषेक और रूद्राभिषेक किया जा रहा है। मंदिर का इतिहास: बहुत वर्ष पहले जोगी बाबा नामक साधु के द्वारा पीपल वृक्ष के नीचे बाबा हनुमान की प्रतिमा स्थापित की गई थी। वहीं से शुरू हो गया पूजा का दौर। वर्ष 1990 में मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो गया। जयपुर से प्रतिमा मंगाई गई थी। वटवृक्ष के नीचे शिवलिंग की स्थापना की गई थी। जिसका पूजन श्रद्धालुओं के द्वारा बहुत ही आस्था के साथ किया जाता है। मंदिर की पुन प्राण-प्रतिष्ठा वर्ष 2008 में की गई। सावन महीने में काफी तादाद में श्रद्धालु जलाभिषेक करने के लिए पहुंचते हैं। जोगी बाबा के सानिध्य में पूजा-पाठ करना सीखा। शिवलिंग आज भी वट वृक्ष के नीचे अवस्थित है। सावन महीने में यहां पर भक्तों की भारी भीड़ जुटती है। सावन महीने में जलाभिषेक की विशेष व्यवस्था की गई है।

उमापति मिश्र उमानंद , पुजारी

मंदिर पहुंचने का मार्ग : जंक्शन और पी सी मित्तल बस स्टैंड से आसानी से मंदिर पहुंचा जा सकता है। ऑटो, रिक्शा, ई-रिक्शा के द्वारा आसानी से मंदिर पहुंचा जा सकता है।

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