सावन पर विशेष
हनुमान मंदिर कंबलपट्टी सावन के मौके
हनुमान मंदिर, कंबलपट्टी
सावन के मौके पर कंबल पट्टी स्थित हनुमान मंदिर मे शिवलिंग की पूजा-अर्चना शुरू होगी। प्रतिदिन शिव का जलाभिषेक किया जाएगा। पूजा-अर्चना करने के लिए श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
मंदिर का इतिहास
मंदिर की स्थापना लगभग पचास के दशक में की गई थी। स्व. विश्वनाथ चौबे ने मंदिर की स्थापना की थी। जहां पर आज मंदिर है उस समय वो जमीन खाली पड़ी हुई थी। सिर्फ पीपल का एक पेड़ था। उसी के नीचे शिवलिंग की स्थापना की गई थी। एक दिन सपने में इन्हें आदेश मिला कि यहां पर मंदिर स्थापित किया जाए। ऐसे में पीपल के पेड़ के नीचे शिवलिंग की स्थापना की गई।
अगाध आस्था:
मंदिर के प्रति श्रद्धालुओं की अगाध आस्था है। ऐसी मान्यता है कि मंदिर में आने वाले भक्तों की मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है। कई बार उन्होंने भी यहां पर भगवान होने की अनुभूति की है। पिछले चार दशकों से मंदिर की सेवा कर रहे हैं।
पंडित लक्ष्मण चौबे
मंदिर शहर के बीचों-बीच स्थित है। मंदिर दर्शन के लिए रिक्शा,बस, गाड़ी किसी भी साधन के माध्यम से पहुंचा जा सकता है।
-------------- सावन के मौके पर कंबल पट्टी स्थित हनुमान मंदिर मे शिवलिंग की पूजा-अर्चना शुरू होगी। प्रतिदिन शिव का जलाभिषेक किया जाएगा। पूजा-अर्चना करने के लिए श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
मंदिर का इतिहास
मंदिर की स्थापना लगभग पचास के दशक में की गई थी। स्व. विश्वनाथ चौबे ने मंदिर की स्थापना की थी। जहां पर आज मंदिर है उस समय वो जमीन खाली पड़ी हुई थी। सिर्फ पीपल का एक पेड़ था। उसी के नीचे शिवलिंग की स्थापना की गई थी। एक दिन सपने में इन्हें आदेश मिला कि यहां पर मंदिर स्थापित किया जाए। ऐसे में पीपल के पेड़ के नीचे शिवलिंग की स्थापना की गई।
अगाध आस्था:
मंदिर के प्रति श्रद्धालुओं की अगाध आस्था है। ऐसी मान्यता है कि मंदिर में आने वाले भक्तों की मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है। कई बार उन्होंने भी यहां पर भगवान होने की अनुभूति की है। पिछले चार दशकों से मंदिर की सेवा कर रहे हैं।
पंडित लक्ष्मण चौबे
मंदिर शहर के बीचों-बीच स्थित है। मंदिर दर्शन के लिए रिक्शा,बस, गाड़ी किसी भी साधन के माध्यम से पहुंचा जा सकता है।