धोक और सवामनी लगाई गई

जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी हनुमान महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर मंदिरों में बाबा की

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 09:53 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 09:53 PM (IST)
धोक और सवामनी लगाई गई
धोक और सवामनी लगाई गई

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : हनुमान महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर मंदिरों में बाबा की आराधना की गई। पूर्णिमा की धोक लगाई गई। सवामनी रूपी प्रसाद चढ़ाया गया। सालासर दरबार धाम में दूध-चोला की विधि पूरी कर बाबा का अलौकिक श्रृंगार किया गया। स्थानीय भजन मंडली के द्वारा भजनों की धारा ऐसी बहाई गई कि घंटों तक श्रद्धालु भक्ति रस में गोते लगाते रहे। सामूहिक सुंदरकांड पाठ किया गया। छप्पन भोग लगाया गया। मल्लागुड़ी स्थित हनुमान मंदिर में बाबा की पूजा-अर्चना की गई। इस अवसर पर बाबा की पूजा-अर्चना की गई। बालाजी मंदिर, घाटा में बाबा की पूजा-अर्चना आस्था के साथ की गई। नेहरू रोड स्थित हनुमान मंदिर में भी बाबा का चोला, दूध-स्नान की विधि पूरी की गई। धोक और सवामनी लगाई गई। कई मंदिरों में भजनों के माध्यम से बाबा की महिमा को जन-जन तक पहुंचाया। इस अवसर पर मंदिरों को बहुत ही खूबसूरती के साथ सजाया गया। कहीं पर जगमगाती रोशनी की व्यवस्था की गई तो कहीं पर पर लाल-पीली डोरियों से मंदिर को सजावट की गई थी। इसके अलावा कई जगहों पर सामूहिक सुंदर कांड पाठ किया गया। जिसमें भक्तों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। कई जगह पर खिचड़ी रूपी प्रसाद का वितरण किया गया। -----------

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : हनुमान महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर मंदिरों में बाबा की आराधना की गई। पूर्णिमा की धोक लगाई गई। सवामनी रूपी प्रसाद चढ़ाया गया। सालासर दरबार धाम में दूध-चोला की विधि पूरी कर बाबा का अलौकिक श्रृंगार किया गया। स्थानीय भजन मंडली के द्वारा भजनों की धारा ऐसी बहाई गई कि घंटों तक श्रद्धालु भक्ति रस में गोते लगाते रहे। सामूहिक सुंदरकांड पाठ किया गया। छप्पन भोग लगाया गया। मल्लागुड़ी स्थित हनुमान मंदिर में बाबा की पूजा-अर्चना की गई। इस अवसर पर बाबा की पूजा-अर्चना की गई। बालाजी मंदिर, घाटा में बाबा की पूजा-अर्चना आस्था के साथ की गई। नेहरू रोड स्थित हनुमान मंदिर में भी बाबा का चोला, दूध-स्नान की विधि पूरी की गई। धोक और सवामनी लगाई गई। कई मंदिरों में भजनों के माध्यम से बाबा की महिमा को जन-जन तक पहुंचाया। इस अवसर पर मंदिरों को बहुत ही खूबसूरती के साथ सजाया गया। कहीं पर जगमगाती रोशनी की व्यवस्था की गई तो कहीं पर पर लाल-पीली डोरियों से मंदिर को सजावट की गई थी। इसके अलावा कई जगहों पर सामूहिक सुंदर कांड पाठ किया गया। जिसमें भक्तों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। कई जगह पर खिचड़ी रूपी प्रसाद का वितरण किया गया।

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