राज्यपाल जगदीप धनखड़ को दार्जिलिंग पहुंचते ही दिखाया गया काला झंडा, वी वांट गोरखालैंड के लगे नारे

राज्यपाल जगदीप धनखड़ के दार्जिलिंग पहुंचते ही दार्जिलिंग हिल्स तृणमूल कांग्रेस और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा विमल गुट के समर्थकों ने राज्यपाल को काला झंडा दिखाया। काला झंडा दिखाने के साथ गोरखा जनमुक्ति मोर्चा विमल गुट की ओर से वी वांट गोरखालैंड राज्यपाल गो बैक के नारे लगाए गए।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 07:14 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 07:14 PM (IST)
राज्यपाल जगदीप धनखड़ को दार्जिलिंग पहुंचते ही दिखाया गया काला झंडा, वी वांट गोरखालैंड के लगे नारे
दार्जिलिंग मुख्यालय में राज्यपाल के काफिला को झंडा दिखाते तृणमूल कांग्रेस और गो जमूमो विमल गुट के समर्थक

जागरण संवाददाता,सिलीगुड़ी: 1 सप्ताह के दौरे पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के दार्जिलिंग पहुंचते ही दार्जिलिंग हिल्स तृणमूल कांग्रेस और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा विमल गुट के समर्थकों ने राज्यपाल को काला झंडा दिखाया। काला झंडा दिखाने के साथ गोरखा जनमुक्ति मोर्चा विमल गुट की ओर से वी वांट गोरखालैंड राज्यपाल गो बैक के नारे लगाए गए।

कांग्रेस की ओर से नेत्री राज्यसभा सांसद शांता छेत्री ने कहा कि जिस प्रकार का राज्यपाल भाजपा के प्रवक्ता के रूप में पहाड़ को अशांत करना चाहते हैं तृणमूल कांग्रेस का विरोध कर रही है। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा विमल गुट के प्रवक्ता विनीता रोका ने कहा कि 110 साल से अधिक समय से गोरखा अस्तित्व बचाने की मांग को लेकर गोरखालैंड की मांग की जाती रही है। पिछले 15 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे को पूरा किए जाने का आश्वासन देते हुए यहां के लोगों का मत प्राप्त करते रही है।

आने वाले दिनों में परमानेंट पॉलिटिकल सॉल्यूशन नहीं बता कर एक बार फिर से उत्तर बंगाल अलग राज्य का मान प्रारंभ किया गया है। केंद्र सरकार वास्तव में अगर उत्तर बंगाल और यहां का भला करना चाहती है तो विलंब गोरखालैंड अलग राज्य की स्थापना करें। राज्यपाल के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर कहा कि राज्यपाल शांत पहाड़ को अशांत करने पहुंचे हैं। इसका गोरखा जनमुक्ति मोर्चा विरोध करती है। बंगाल में भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह विफल हो जाने के बाद राज्यपाल के माध्यम से नए-नए तरीके इजाद कर रही है। इसका विरोध होता रहेगा।

पुलिस की ओर से प्रदर्शनकारियों को रेलवे लाइन के किनारे रस्सी से गिरकर रखा गया था जिससे हुए सड़क पर नहीं आ सके। मजे की बात यह है कि राज्यपाल के दौरा के पहले दार्जिलिंग संसदीय क्षेत्र के सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट भी विधायकों के साथ दार्जिलिंग में मौजूद हैं। दार्जिलिंग में काला झंडा दिखाया जाने के बाद राज्यपाल जगदीप धनखड की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

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