बहरापन रोकथाम की दिशा में आम जनजागरूकता जरूरी

-नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज में विश्व बधिर दिवस समारोह आयोजित -एनबीएमसीएच में कोचलीर सर्जर

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Sep 2018 08:50 PM (IST) Updated:Wed, 26 Sep 2018 08:50 PM (IST)
बहरापन रोकथाम की दिशा में आम जनजागरूकता जरूरी
बहरापन रोकथाम की दिशा में आम जनजागरूकता जरूरी

-नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज में विश्व बधिर दिवस समारोह आयोजित

-एनबीएमसीएच में कोचलीर सर्जरी की सुविधा की मांग

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :

दि एसोसिएशन ऑफ ओटोलै¨रगोलो

जिस्ट्स ऑफ इंडिया (एओआइ) की सिलीगुड़ी शाखा और नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनबीएमसीएच) के इएनटी विभाग व मेडियकल एजुकेशन यूनिट के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज में विश्व बधिर दिवस समारोह आयोजित किया गया।

इसमें एओआइ की सिलीगुड़ी शाखा के सांगठनिक सचिव डॉ. राधेश्याम महतो ने बहरेपन के कारण, लक्षण, निवारण आदि पहलुओं पर विस्तृत रूप में प्रकाश डाला। इसके साथ ही बधिर बच्चों की शिक्षा व पुनर्वास और इसकी राष्ट्रीय योजनाओं व बहरापन दूर करने वाली अत्याधुनिक कोचलीर सर्जरी आदि के विविध पहलुओं को भी रेखांकित किया। उन्होंने एनबीएमसीएच में कोचलीर सर्जरी की सुविधा की मांग भी रखी। इसके साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों को बहरेपन के प्रति प्रशिक्षित किए जाने की भी आवश्यकता पर बल दिया ताकि बहरेपन की समस्या वालों विशेष कर बच्चों की शुरूआती अवस्था में ही पहचान की जा सके व उनका समय रहते इलाज किया जा सके।

इस अवसर पर डॉ. मनोतोष दत्त व डॉ. के. के. मंडल ने बहरापन उन्मूलन की दिशा में आम जनजागरूकता व इस हेतु समाज के दायित्वबोध की आवश्यकता को रेखांकित किया। नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थी संकाय के डीन डॉ. संदीप सेनगुप्त ने बहरेपन की रोकथाम की दिशा में नवजात बच्चियों को रुबेल्ला टीका दिए जाने की आवश्यकता को सर्वोपरि करार दिया। वहीं, नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. समीर चंद्र घोष रॉय ने बच्चों में बहरापन रोकने की दिशा में जन्म के समय ही विशेष सतर्कता व देखभाल की आवश्यकता जताई। हर किसी ने इसी पर बल दिया कि बहरापन रोकथाम की दिशा में आम जनजागरूकता आवश्यक है।

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