गांजा तस्करों से रिमांड पर पुलिस कर रही पूछताछ

-मणीपुर त्रिपुरा असम से जुड़ा है बिहार तक तस्करी का नेटवर्क खाली ट्रक ले जाने वाले को ब

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 01:14 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 01:14 PM (IST)
गांजा तस्करों से रिमांड पर पुलिस कर रही पूछताछ
गांजा तस्करों से रिमांड पर पुलिस कर रही पूछताछ

-मणीपुर त्रिपुरा, असम से जुड़ा है बिहार तक तस्करी का नेटवर्क

खाली ट्रक ले जाने वाले को बनाते है तस्कर अपना निशाना

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : महकमा के फांसीदेवा थाना क्षेत्र के घोषपुकुर आउटपोस्ट की पुलिस गांजा तस्करों को रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ कर रही है। दार्जिंिलग ग्रामीण डीएसपी अचिंत गुप्त ने बताया कि गुरुवार को पकड़े गये आरोपितों में रमेश कुमार जम्मू का निवासी और शिव प्रसाद बासफोर अगरतला का निवासी है। दोनों को फांसीदेवा थाना कांड संख्या 85 के तहत एनडीपीएस एक्ट की धारा 20 बी,सी 29 के तहत कार्रवाई की गयी है। त्रिपुरा असम और बंगाल की सीमा से जुड़ा हुआ है। इस प्रकार के मादक पदार्थ की तस्करी बड़ी मात्रा में देश के विभिन्न राज्यों में होती है। जब से बिहार में शराबबंदी हुई है गांजा की मांग सबसे ज्यादा मांग बढ़ी है। उन्होंने बताया कि गुरूवार को सिलीगुड़ी कोर्ट से 14 दिनों के रिमांड की मांग की गयी थी। पुलिस को कोर्ट ने आठ दिनों के लिए रिमांड पर सौंपा है। रिमांड पर लेकर पुलिस गहन पूछताछ प्रारंभ किया है। प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि ये दोनों ट्रक के चालक व खलासी है। वे गांजा तस्करों के शिकार हुए है। ट्रक से आए दिन इस प्रकार की तस्करी की जाती है। इसके लिए असम,मणीपुर और श्रीरामपुर बोर्डर पर मादक पदार्थ के तस्कर पहले से ही इस प्रकार के वाहन को तैयार करते है। वे वैसे वाहन की तलाश में रहते है जो असम और त्रिपुरा के अगरतला क्षेत्र से देश कि विभिन्न भागों में ट्रांसपोर्ट के माध्यम से सामनों का ले जाना करता है। पूरे ट्रक में जितनी सामानों का किराया दिया जाता है। उन्होंने बताया कि अगर गुप्त सूचना और सही जानकारी नहीं मिले तो मादक तस्करों को पकड़ पाना मुश्किल है।

गुप्त सूचना के कारण ही गुरुवार की भोर एलएन 01 के 8867 नंबर ट्रक को पकड़ा गया। उसके अंदर हूड में छुपाकर रखा गया 250 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ था। पुलिस उससे पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस तस्करी में मुख्य सरगना कौन है। कैसे उनसे इनका संपर्क हुआ। जहां से गांजा ट्रक में डाला गया वह कौन सा जगह या ट्रांसपोर्ट है। डीएसपी गुप्त ने बताया कि आठ दिनों में पुलिस इन दोनों से यह जरुर पता लगाने की कोशिश करेंगी कि बिहार और त्रिपुरा में उसके साथ किन लोगों का लिंक है। पिछले 24 घंटे से दोनों मादक तस्कर एक ही रट लगाए हुए है कि उन्हें बिहार के पटना पहुंचने के बाद कोई फोन आता जिसके आधार पर उसे गांजा की आपूर्ति की जानी थी। पुलिस को आशंका है कि दोनों को सबकुछ मालूम है परंतु वह कुछ भी नहीं बोलना चाह रहा है। पुलिस के सामने वह जरुर टूटेगा। इन दोनों के बताए पता के आधार पर पुलिस उसके संबंध में वहां की पुलिस से संपर्क में है।

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