दान-पुण्य के साथ मनाया गंगा दशहरा
-विभिन्न मंदिरों के खुलने से मिली बड़ी राहत -मास्क लगाकर दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालु जागरण स
-विभिन्न मंदिरों के खुलने से मिली बड़ी राहत
-मास्क लगाकर दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालु
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी:
जिस दिन पापनाशिनी, मोक्षप्रदायिनी, सरितश्रेष्ठा एवं पुण्यसलिला मा गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ वह दिन गंगा दशहरा (ज्येष्ठ शुक्ल दशमी) के नाम से जाना जाता है। विष्णुपदी गंगा मैया के धरती लोक पर आने का पर्व गंगा दशहरा के अवसर पर सोमवार को सिलीगुड़ी समेत उत्तर बंगाल के विभिन्न क्षेत्रों में गंगा दशहरा दान पुण्य के साथ मनाया गया। बंगाल में एक जून से सभी धाíमक स्थलों को खोलने की छूट दी गयी है। इसे देखते हुए गंगाजल डाल कर स्नान के बाद लोग मंदिरों में मास्क पहनकर अपने इष्टदेव का दर्शन किया। श्रद्धालु बताते है कि गंगे तव दर्शनात मुक्ति अर्थात निष्कपट भाव से गंगाजी के दर्शन मात्र से जीवों को कष्टों से मुक्ति मिलती है। गंगाजल के स्पर्श से स्वर्ग की प्राप्ति होती है। पाठ, यज्ञ, मंत्र ,होम और देवार्चन आदि समस्त शुभ कर्मो से भी जीव को वह गति नहीं मिलती,जो गंगाजल के सेवन से प्राप्त होती है।इसलिए अगर समय अनुकूल होता तो गंगा स्नान को हरिद्वार या बिहार जाते।