West Bengal: बंगाल के डीएनए को सही मार्ग पर लाने की जिम्मेदारी लोगों पर: गजेंद्र सिंह शेखावत

West Bengal केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि देश आज उत्थान के जिस मुकाम पर खड़ा है उसमें सामाजिक संस्थाओं का बहुत अहम योगदान है। प्रतिदिन हमें ऐसे कई अवसर मिलते हैं जब हम भारतीय होने पर गर्व का अनुभव कर सकते हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 10 Jan 2021 08:24 PM (IST) Updated:Sun, 10 Jan 2021 08:24 PM (IST)
West Bengal: बंगाल के डीएनए को सही मार्ग पर लाने की जिम्मेदारी लोगों पर: गजेंद्र सिंह शेखावत
बंगाल के डीएनए को सही मार्ग पर लाने की जिम्मेदारी लोगों पर: गजेंद्र सिंह शेखावत। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दुनिया में जहां कहीं भी अन्याय होता था तो सर्वप्रथम आवाज बंगाल के लोग उठाते थे, लेकिन आज आश्चर्य हो रहा है कि वर्तमान परिस्थिति में बंगाल चुप है। आखिर बंगाल का डीएनए ऐसे कैसे बदल गया। बंगाल के डीएनए को फिर से सही राह पर लाने की जिम्मदारी अब लोगों की है। यह बातें केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने रविवार को विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय की ओर से आयोजित 35वें विवेकानंद सेवा सम्मान समारोह में उठाए। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के उपदेशों और आदर्शों का उल्लेख करते हुए सवाल किया कि क्या हम सुभाष चंद्र बोस और स्वामी विवेकानंद के सपनों का बंगाल बना पाए हैं। जिस बंगाल ने देश के विकास में अपने योगदान से हर भारतीय को गौरवान्वित किया है, उस बंगाल ने कई महान विभूतियों को जन्म दिया है, लेकिन आज उस बंगाल में व्यक्ति उन्मुक्त होकर अपने विचार व्यक्त नहीं कर सकता। भारत माता की जय और जय श्रीराम का नारा चौराहे पर खड़ा होकर नहीं लगा सकता।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश आज उत्थान के जिस मुकाम पर खड़ा है, उसमें सामाजिक संस्थाओं का बहुत अहम योगदान है। प्रतिदिन हमें ऐसे कई अवसर मिलते हैं, जब हम भारतीय होने पर गर्व का अनुभव कर सकते हैं और विगत पांच-छह सालों में तो हमें ऐसे अनगिनत अवसर मिले हैं। समाज की कोई भी विधा हो, जीवन का कोई भी क्षेत्र हो उन सब क्षेत्रो में हमें निरंतर ऐसे अवसर मिल रहे हैं। शेखावत ने कहा कि भारत युवाओं का देश है। आज समूचा विश्व अपार संभावनाओं वाले देश भारत की ओर देख रहा हैI भारत में जब कोई परिवर्तन होता है तो विश्व के लिए परिवर्तन होता है। प्रगति की इस रफ्तार में अगर कोई देश प्रेरणा स्वरूप है तो वह भारत है। भारत में आज जब कोई प्रगति की इबारत लिखी जाती है तो वह दुनिया के कई देशों के लिए प्रेरणा होती है। खुले में शौच से मुक्ति के बाबत हमने जिस तरह अपने सैनिटेशन सिस्टम पर काम किया, वह दुनिया के लिए एक मिसाल है। केंद्रीय मंत्री शेखावत ने समाजसेवा के अनुपम साधक बनवारी लाल सोती को विवेकानंद सेवा सम्मान से सम्मानित किया। उन्हें सम्मान स्वरूप श्रीफल देकर, शॉल ओढ़ाकर और एक लाख रुपये का चेक प्रदान किया। 

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