चुनावी मौसम में खाद्य सुरक्षा की ओर प्रशासन का नहीं ध्यान

-नगर निगम को नहीं है इसकी चिंता देश विदेश के आने वाले पर्यटक और चुनाव में आने वाले हा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 12:49 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 12:49 PM (IST)
चुनावी मौसम में खाद्य सुरक्षा की ओर प्रशासन का नहीं ध्यान
चुनावी मौसम में खाद्य सुरक्षा की ओर प्रशासन का नहीं ध्यान

-नगर निगम को नहीं है इसकी चिंता, देश विदेश के आने वाले पर्यटक और चुनाव में आने वाले होंगे परेशान

-नियमों का पालन करने में बरती जा रही कोताही, मेडिकल जांच से अंजान है कुक और कर्मचारी

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : पूर्वोत्तर का प्रवेशद्वार सिलीगुड़ी। यहां प्रतिवर्ष देश विदेश से 10 लाख से अधिक पर्यटक आते है। यहां विधानसभा चुनाव की घोषणा हो गयी है। ऐसे में विभिन्न राजनीतिक दलों और प्रशासनिक अधिकारियों का आना प्रारंभ हो गया है। इतना ही नहीं इसके अलावा कई राज्यों से प्रतिदिन यहां हजारों की संख्या में लोग चिकित्सा, शिक्षा और बाजार को आते रहे है। शहर के बागडोगरा, माटीगाड़ी, सालुगाड़ा, एनजपी, अधिकारी, बतासी, हिलकार्ट रोड, सेवक रोड, अस्पताल मोड, कंचनजंघा स्टेडियम मेला ग्राउंड के निकट, बर्दमान रोड के समेत वार्डो के प्रमुख मार्गो पर सैकड़ों खाने पीने की दुकानें लगे होते है। ऐसे में यहां फूड सेफ्टी एक्ट का पालन नहीं होता देख ज्यादातर लोग आश्चर्य चकित रहते है। फूड सेफ्टी एक्ट के तहत खाद्य पदार्थ बेचने के लिए हरेक दुकानदार व व्यापारी को फूड लाइसेंस लेना अनिवार्य है। लेकिन लगभग 75 फीसद खाद्य पदार्थ बेचने वालों ने अभी तक फूड लाइसेंस नही लिया है। यही नहीं फूड विभाग ने भी कभी इस ओर गंभीरता से काम नहीं किया। किसी न किसी बात को लेकर चर्चा में रहने वाला मोगा फूड विभाग हर बार छोटे दुकानदारों तथा वालों से खाद्य पदाथरें के सैंपल लेकर अपनी पीठ थपथपाता आ रहा है। जबकि शहर में होटलों व ढाबों पर काम करने वाले कुकों का मेडिकल चेकअप करवाने की ओर फूड विभाग ने कभी ध्यान नहीं दिया है। एक्ट के मुताबिक साल में कम से कम दो बार होटलों व ढाबों पर लोगों को खाना परोसने वाले कुकों व वेटरों का मेडिकल चेकअप करवाना जरूरी होता है, लेकिन उक्त एक्ट का पालन नहीं हो रहा है। इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि होटलों व ढ़ाबों पर लोगों को खाना खिला रहा व्यक्ति किसी घातक बीमारी का शिकार ही क्यों न हो। इस संबंध में नगर निगम के फूड इंस्पेक्टर गणेश भट्टाचार्य का कहना है कि समय-समय पर जांच की जाती है। लिए गये नमूनों को समय-समय लेकर कलकत्ता जांच को भेजा जाता है। दुकानदारों को स्वच्छता के प्रति जागरूकता कितनी सार्थकता समेटे हुए है इसका तो अवलोकन करने के बाद ही पता चल पाता है। इसको लेकर हो ना हो चुनावी मुद्दा भी बन सकता है।

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