मत्स्य पालकों के प्रोत्साहन को राज्य स्तरीय फिस मेला 20 से

मेला का उद्घाटन मुख्यमंत्री पीएस तामांग करेंगे मत्स्य पालन के इच्छुक युवाओं को राज्य सरकार मदद क

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 09:39 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 09:39 PM (IST)
मत्स्य पालकों के प्रोत्साहन को राज्य स्तरीय फिस मेला 20 से
मत्स्य पालकों के प्रोत्साहन को राज्य स्तरीय फिस मेला 20 से

मेला का उद्घाटन मुख्यमंत्री पीएस तामांग करेंगे

मत्स्य पालन के इच्छुक युवाओं को राज्य सरकार मदद करेगी

मेले में 40 प्रजाति की मछलियां लाएंगे मत्स्य पालक

संसू. गंगटोक:सिक्किम सरकार के मत्स्य पालन निदेशालय और राष्ट्रीय मत्स्य पालन विकास बोर्ड के संयुक्त प्रयास से 20 व 21 अप्रैल को फिस मेला का आयोजन होगा। मेला स्थानीय एमजी मार्ग पर आयोजित होगा। जिसका उद्घाटन राज्य के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामाग (गोले) करेंगे। इसकी जानकारी राज्य के कृषि एवं बागवानी विभाग के मंत्री लोकनाथ शर्मा ने दी है।

स्थानीय टाशीलिंग सचिवालय के सम्मेलन कक्ष में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कृषि व बागवानी मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार यहा के मत्स्य पालक किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए कार्यक्रम आयोजित कर रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को अधिकाधिक लाभान्वित करने के लिए राज्य सरकार तेज गति से प्रयासरत है। राज्य सरकार की पहल पर ही कृषि क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि राज्य में मत्स्य पालकों की आय में वृद्धि व प्रोत्साहित करने को ही मेला आयोजित किया गया है। मेले में सिक्किम के चारों जिला से मत्स्य पालक आएंगे। राज्य सरकार युवाओं को मत्स्य पालन में व्यवसायिक रूप में काम कराना चाहती है। मंत्री शर्मा ने जानकारी दी कि राज्य में ट्राउट मछली उत्पादक प्रतिवर्ष 9 से 16 लाख रुपये तक कमाई करते है। उन्होंने कहा कि युवाओं का भविष्य खेती पर आश्रित है, इसलिए सरकार ने ऐसी व्यवस्था की है कि जो भी युवा मत्स्य पालन के इच्छुक होंगे उन्हें राज्य सरकार की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। दो दिवसीय मेले में राज्य के 40 से अधिक मत्स्य पालक भाग लेंगे। इस अवसर पर मेला घूमने आए लोगों को मत्स्य पालन की जानकारी दी जाएगी। मंत्री शर्मा ने बताया मेले में आने वाले मत्स्य पालक 48 प्रजाति की मछलिया लाएंगे। उनका कहना है कि राज्य में प्रतिवर्ष 16,000 मैट्रिक टन मछली की माग है। लेकिन राज्य में केवल 465 मैट्रिक टन प्रतिवर्ष मछलि उत्पादन होती है। मंत्री शर्मा ने लोगों से अपील की है कि मत्स्य पालन के माध्यम से सिक्किम को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम करें। दूसरी ओर मंत्री शर्मा ने राज्य में 60 से 68 करोड रूपये की पर्क (सुअर का मास) का बिजनेस होता है। जो अभी बाहरी राज्यों से आ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि सुअर व मत्स्य पालन सिक्किम में हो तो बाहर से मंगाने की जरूरत नहीं होगी। इससे राज्य की आíथक उन्नति होगी। इस अवसर पर मत्स्य पालन निदेशालय सिक्किम के अधिकारी भी मौजूद थे।

उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने कोविड-19 प्रोटोकाल जारी करते हुए किसी भी कार्यक्रम में 50 से अधिक लोगों की मौजूदगी नहीं होने का निर्देश दिया है। ऐसी स्थिति में ऐसे कार्यक्रम का आयोजन चर्चा का विषय है। दूसरी ओर मंत्री शर्मा ने कहा है कि मेले में शारीरिक दूरी, सैनिटाइज, मास्क आदि का विशेष ध्यान दिया जाएगा।

फोटो 02- संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मंत्री लोकनाथ शर्मा

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