50 कोविड आईसीयू बेड का उद्घाटन
एनबीएमसीएच -कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की हो रही है तैयारी -बच्चों की चिकित्सा के
एनबीएमसीएच
-कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की हो रही है तैयारी
-बच्चों की चिकित्सा के लिए किए जा रहे हैं कई उपाय
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में इंटेसिंव केयर यूनिट (आईसीयू) में 50 नए बेड बढ़ाए गए हैं। कोविड-दो ब्लॉक में स्थापित 50 नए कोविड (आईसीयू) बेड का वर्चुअल उद्घाटन राज्य की स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने किया। इस दौरान एनबीएमसीएच में उत्तर बंगाल के जनस्वास्थ्य मामलों को देखने के लिए राज्य सरकार द्वारा नियुक्त ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी डॉ सुशांत कुमार रॉय, एनबीएमसीएच के प्राचार्य डॉ इंद्रजीत साहा तथा एनबीएमसीएच के अधीक्षक डॉ संजय मल्लिक समेत अन्य लोग उपस्थित थे। इस मौके पर ओएसडी डॉ रॉय ने कहा कि एनबीएमसीएच में 50 नए सीसीयू बेड बढ़ जाने से यहां आने वाले कोविड के मरीजों को जरूरत पड़ने पर (आईसीयू) बेड मुहैया कराने में किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। राज्य सरकार उत्तर बंगाल के स्वास्थ्य परिसेवा पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संभावित तीसरी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य परिसेवा बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
एनबीएमसीएच के आधिकारिक सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस की तीसरी लहर आने के तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कभी कहा जा रहा है कि तीसरी लहर अगस्त से सितंबर महीने में आ सकती है, तो कभी खबर आती है कि सितंबर-अक्टूबर में तीसरी लहर आएगी। हालांकि एनबीएमसीएच प्रशासन कोरोना के किसी लहर के आने की ओर नहीं देख रहा है, बल्कि चिकित्सकीय परिसेवा को और सुदृढ़ करने पर अपना ध्यान केंद्रित किए हुए है। एनबीएमसीएच के अधीक्षक डॉ संजय मल्लिक ने कहा कि हम बच्चों की चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत करने के लिए कई उपाय किए जा रहे है। अनुमान लगाया जा रहा है कि तीसरी लहर से बच्चे प्रभावित हो सकते हैं। इसके लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसे देखते हुए एनबीएमसीएच के बुनियादी ढाचे मजबूत किया जा रहा है। एनबीएमसीएच में पीडियाट्रिक इंटेंसिंव केयर यूनिट (पिकु), न्योनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (निकु)एनआईसीयू और सिक न्यू बॉर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) के लिए बेडों की संख्या बढ़ाकर 55 तक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निकु में 10 बेड, एसएनसीयू में 16 और पिकु में 21 बेड होंगे।