चुनाव हारे मंत्री गौतम देव बने सिलीगुड़ी निगम के प्रशासक, पूर्व डिप्टी मेयर व एमआईसी ने थामा टीएमसी का दामन

विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के पूर्ण बहुमत में लौटने के साथ सिलीगुड़ी में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। जहां चुनाव हार चुके पर्यटन मंत्री गौतम देव को राज्य सरकार ने सिलीगुड़ी नगर निगम का प्रशासक प्रतिनियुक्त किया।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 03:49 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 03:49 PM (IST)
चुनाव हारे मंत्री गौतम देव बने सिलीगुड़ी निगम के प्रशासक, पूर्व डिप्टी मेयर व एमआईसी ने थामा टीएमसी का दामन
सिलीगुड़ी तृणमूल कांग्रेस कार्यालय में पार्टी का झंडा थाम के पूर्व डिप्टी मेयर राम भजन महत्व कमल अग्रवाल

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के पूर्ण बहुमत में लौटने के साथ सिलीगुड़ी में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। जहां चुनाव हार चुके पर्यटन मंत्री गौतम देव को राज्य सरकार ने सिलीगुड़ी नगर निगम का प्रशासक प्रतिनियुक्त किया। यह कदम सिलीगुड़ी नगर निगम पर कब्जा की दिशा में नया कदम माना जा रहा है। इसमें बुधवार को और बल मिला है क्योंकि वाममोर्चा नगर निगम बोर्ड के वर्षों तक रहे डिप्टी मेयर राम भजन महत्व और एमआईसी कमल अग्रवाल ने बुधवार को तृणमूल कांग्रेस का झंडा थाम लिया। इस मौके पर नगर निगम प्रशासनिक बोर्ड के चेयरमैन गौतम देव ने कहा कि नगर निगम के कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे इन दोनों नेताओं के टीएमसी में शामिल होने से नगर निगम की लड़ाई और मजबूत हो गई है। नगर निगम क्षेत्र में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए पूर्व दो मेयर अशोक नारायण भट्टाचार्य और गंगोत्री दत्त के साथ टीएमसी के साथ आए नेताओं का पूर्ण सहयोग लिया जाएगा।

इनके कार्यकुशलता को पार्टी नगर निगम और राजनीतिक क्षेत्र में भी उपयोग करेगी। तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रंजन सरकार ने कहा कि आने वाले दिनों में विकास के सपने को पूरा करने के लिए बड़ी संख्या में विभिन्न राजनीतिक दलों से लोग टीएमसी को मजबूत करेंगे। पूर्व डिप्टी मेयर राम भजन महत्व और कमल अग्रवाल ने बताया कि विधानसभा चुनाव मैं जिस प्रकार ममता बनर्जी अकेले सभी राजनीतिक दलों से संघर्ष कर पूर्ण बहुमत में पुनः सप्ताह में स्थापित हुई हम लोगों को काफी प्रभावित किया।

जनप्रतिनिधि जनता और जनता के लिए ही काम करते हैं। विपक्ष में रहकर पिछले 15 वर्षों से हम लोगों ने देखा कि जनता की जो मांग है उसे पूरा नहीं कर पा रहे थे। जनता की मांग थी कि सत्ता पक्ष के साथ आकर उनके लिए हम काम करें। जनता के आह्वान पर ही जनता के लिए वाममोर्चा छोड़ तृणमूल कांग्रेस में जाने का फैसला लिया है जिससे जनता के बीच रहकर जनता के लिए काम करते रहे। जब पूछा गया कि क्या तृणमूल कांग्रेस में आने के बाद भी उन्हें पार्टी यहां से प्रत्याशी बनाएगी? एमसी में शामिल होने वाले नेताओं का कहना है कि यह पार्टी का एकाधिकार है। पार्टी जैसा निर्देश देगी उसी के अनुसार काम किया जाएगा पद पर रहे या ना रहे जनता के लिए अपनी आवाज एक कड़ी के रूप में सरकार तक पहुंचाते रहेंगे।

बताते चलें कि इसके पूर्व भी वाममोर्चा छोड़कर एमआईसी दुर्गा सिंह ने टीएमसी का दामन थामा था जबकि एमआईसी शंकर घोष ने भाजपा में शामिल हो वर्तमान में सिलीगुड़ी के विधायक बने हैं। राजनीतिक हलके में इस बात की चर्चा है कि आने वाले दिनों में वाममोर्चा के और नेता टूट कर सत्ता या भाजपा में शामिल होंगे। इसका बड़ा कारण अशोक भट्टाचार्य के चुनाव पराजित होना और उनके द्वारा अब किसी चुनाव में हिस्सा नहीं लेने की घोषणा के बाद पार्टी नेताओं में हताशा बताया जाता है। बाम मोर्चा नेता जिवेशवर कारण कहां थी पार्टी का सच्चा सिपाही वही होता है जो किसी भी परिस्थिति में पार्टी के साथ खड़ा रहे। पार्टी छोड़ने को लेकर पार्टी के अंदर मंथन किया जाएगा।

भाजपा पर गलत राजनीति का लगाया आरोप

सिलीगुड़ी नगर निगम के प्रशासक व टीएमसी नेता गौतम देव ने भारतीय जनता पार्टी  पर गलत राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार भारतीय जनता पार्टी ने अपने सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा और दो सांसद चुनाव जीत जाने के बाद फिर से विधायकी पद छोड़ रहे हैं यह गलत राजनीति है। दोनों जगह पर उपचुनाव कराए जाएंगे जिसका सारा पैसा राज्य सरकार को देना पड़ेगा अगर सांसदों को विधायक बना कर उन्हें त्यागपत्र ही दिलवाना था तो भारतीय जनता पार्टी को किसी अन्य प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी दिशाहीन राजनीति करती है जिस का ही परिणाम है कि बंगाल में ऐसा माहौल बना हुआ है।

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