लचर स्वास्थ्य परिसेवा के विरुद्ध भड़का डीवाईएफआई
फोटो नंबर : राजेश 01 -रैली निकाल कर किया प्रदर्शन, सीएमओएच को ज्ञापन -एनबीएमसीएच में स्ट्रेचर से ग
फोटो नंबर : राजेश 01 -रैली निकाल कर किया प्रदर्शन, सीएमओएच को ज्ञापन
-एनबीएमसीएच में स्ट्रेचर से गिर कर रोगी की मौत मामले की हो जांच जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :
शहर में लचर सरकारी स्वास्थ्य परिसेवा के विरुद्ध माकपा समर्थित डेमोक्रेटिक यूथ फेडेरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) की सिलीगुड़ी दक्षिण-पूर्व लोकल कमेटी की ओर से गुरुवार को शहर में रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही चीफ मेडिकल ऑफिसर ऑफ हेल्थ (सीएमओएच) को ज्ञापन भी दिया गया। इस दिन, महकमा परिषद स्थित अपने कार्यालय में सीएमओएच के अनुपस्थित रहने के मद्देनजर प्रदर्शनकारी डिप्टी सीएमओएच के कार्यालय में गए तो वह भी नदारद थे। यहां तक कि प्रभारी साहब भी गैर हाजिर ही थे। तब, मुख्य क्लर्क को ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन द्वारा, शहर में लचर स्वास्थ्य परिसेवा को बेहतर करने, डेंगू के अनियंत्रित होते जा रहे प्रकोप को अविलंब नियंत्रित करने और सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में ब्लड ट्रांसफ्यूजन मशीन की व्यवस्था करने आदि कई मांगें की गई।
इस अवसर पर संवाददाताओं से बातचीत में डीवाईएफआई की सिलीगुड़ी दक्षिण-पूर्व लोकल कमेटी के सचिव उदयन दासगुप्त ने सवाल उठाया कि शहर में डेंगू के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर नगर निगम की ओर से सफाई व मच्छरनाशक रसायनों के छिड़काव आदि हर उपाय किए जा रहे हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग क्या कर रहा है? उन्होंने कहा कि वर्ष 2001 में जब सिलीगुड़ी में अज्ञात ज्वर का प्रकोप हुआ था तब तत्कालीन राज्य सरकार की ओर से दिल्ली से विशेषज्ञ बुलवा कर उसके कारणों का पता लगवा कर उसके निवारण के सफल उपाय किए गए थे। मगर, इधर हर साल डेंगू का भयावह प्रकोप हो रहा है पर राज्य सरकार व उसका स्वास्थ्य विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है। तीन-चार महीने सिलीगुड़ी जिला अस्पताल रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन डॉ. रुद्रनाथ भट्टाचार्य ने घोषणा की थी कि जिला अस्पताल में जल्द ही ब्लड ट्रांसफ्यूजन मशीन की व्यवस्था की जाएगी पर वह अब तक नहीं हुई। इधर, डेंगू के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर पीड़ितों को ब्लड प्लेटलेट्स की काफी आवश्यकता पड़ रही है पर जिला अस्पताल में ब्लड ट्रांसफ्यूजन मशीन नहीं होने के कारण उन्हें भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी रोष जताया कि यह कितनी बड़ी विडंबना की बात है कि नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनबीएमसीएच) में स्ट्रेचर का चक्का टूट जाता है, उस पर से रोगी गिर जाता है और रोगी की मौत हो जाती है। वह भी कोई आम रोगी नहीं बल्कि सिलीगुड़ी शहर के जोन-माने खेल संगठनकर्ता व सिलीगुड़ी महकमा क्रीड़ा परिषद के कार्यालय सचिव अलोक कुंडू की ऐसी मौत होती है, तो आम लोगों का क्या हाल होगा समझा जा सकता है। इससे बड़े शर्म की बात और कुछ नहीं हो सकती। इस मामले की जांच हो व दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि केवल दरवाजों-दीवारों को रंग कर देने से काम नहीं चलने वाला एनबीएमसीएच में आधारभूत संरचना व चिकित्सा परिसेवा को बेहतर किया जाना जरूरी है। इन मांगों पर अविलंब अमल नहीं होने पर उन्होंने डीवाईएफआई की ओर से जोरदार आंदोलन की चेतावनी दी है।