नगर निगम में आपदा प्रबंधन को लेकर बैठक

जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी दो दिनों से हो रही लगातार बारिश तथा सिलीगुड़ी नगर निगम के निचल

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 09:47 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 09:47 PM (IST)
नगर निगम में आपदा प्रबंधन को लेकर बैठक
नगर निगम में आपदा प्रबंधन को लेकर बैठक

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : दो दिनों से हो रही लगातार बारिश तथा सिलीगुड़ी नगर निगम के निचले इलाकों में जल-जमाव की स्थिति तथा इससे निपटने को लेकर बुधवार को सिलीगुड़ी नगर निगम प्रशासकीय बोर्ड के चेयरमैन गौतम देव के नेतृत्व में आपदा प्रबंधन की बैठक की गई। बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए चेयरमैन देव ने कहा कि नगर निगम प्रशासकीय बोर्ड परिस्थति पर नजर लगाए हुए है। नगर निगम इलाके में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। इसके बाद भी आपदा प्रबंधन टीम को एलर्ट पर रखा गया है। नगर निगम का नियंत्रण कक्ष 24 घंटे चालू रहेगा। आपातकालीन स्थिति के लिए तिरपाल, गुड़, जरूरी दवाईयां तथा खाने-पीने की सामग्री की व्यवस्था की गई है। देव ने कहा कि प्रशासकीय बोर्ड के सदस्यों तथा सिलीगुड़ी महकमा प्रशासन के साथ मिलकर वह खुद नगर निगम के विभिन्न इलाकों का दौरा कर रहे हैं।

बताया गया कि नगर निगम के जिन इलाकों में जल-जमाव की स्थिति उत्पन्न हुई थी, उन जगहों पर बारिश रुकने के बाद जल-जमाव कम होने लगा है। --------------

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : दो दिनों से हो रही लगातार बारिश तथा सिलीगुड़ी नगर निगम के निचले इलाकों में जल-जमाव की स्थिति तथा इससे निपटने को लेकर बुधवार को सिलीगुड़ी नगर निगम प्रशासकीय बोर्ड के चेयरमैन गौतम देव के नेतृत्व में आपदा प्रबंधन की बैठक की गई। बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए चेयरमैन देव ने कहा कि नगर निगम प्रशासकीय बोर्ड परिस्थति पर नजर लगाए हुए है। नगर निगम इलाके में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। इसके बाद भी आपदा प्रबंधन टीम को एलर्ट पर रखा गया है। नगर निगम का नियंत्रण कक्ष 24 घंटे चालू रहेगा। आपातकालीन स्थिति के लिए तिरपाल, गुड़, जरूरी दवाईयां तथा खाने-पीने की सामग्री की व्यवस्था की गई है। देव ने कहा कि प्रशासकीय बोर्ड के सदस्यों तथा सिलीगुड़ी महकमा प्रशासन के साथ मिलकर वह खुद नगर निगम के विभिन्न इलाकों का दौरा कर रहे हैं।

बताया गया कि नगर निगम के जिन इलाकों में जल-जमाव की स्थिति उत्पन्न हुई थी, उन जगहों पर बारिश रुकने के बाद जल-जमाव कम होने लगा है।

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