नहीं रहे वरिष्ठ माकपा नेता अनिल साहा
शोक की लहर - काफी लंबे समय से चल रहे थे बीमार -सभी पार्टी के नेताओं ने जताया शोक जा
शोक की लहर
- काफी लंबे समय से चल रहे थे बीमार
-सभी पार्टी के नेताओं ने जताया शोक
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी के मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के किसान आदोलन के अग्रणी नेता अनिल साहा का निधन सोमवार को एक नìसग होम में हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बीमारी के दौरान डायलिसिस करने के क्रम में वह कोरोना वायरस के शिकार हो गए थे। 2 दिन पूर्व ही उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। सोमवार 11:30 बजे उनके निधन की खबर मिलते ही पार्टी के नेताओं का आना शुरू हो गया। दाíजलिंग जिला माकपा के सचिव जीवेश सरकार ने अनिल साहा के निधन को पार्टी के लिए काफी बड़ी क्षति बताया। उन्होंने बताया कि वह किसान आदोलन के नेता रहते हुए सिलिगुड़ी महाकमा परिषद के सभापति का दायित्व भी बखूबी निभाया था। वे बीमारी की हालत में भी पार्टी के लिए काम करते रहे थे। पूर्व मंत्री अशोक नारायण भट्टाचार्य ने कहा कि अनिल साहा का इस समय जाना ज्यादा खल रहा है। क्योंकि अभी माकपा और किसान आदोलन से जुड़े नेताओं को उनके मार्गदर्शन की आवश्यकता थी। अनिल साहा एक ऐसे नेता थे जो पार्टी के सिद्धात के लिए अंतिम समय तक संघर्ष करते रहे। वह बेबाक होकर अपनी बातें पार्टी के किसी भी फोरम में कहने से नहीं हिचकते थे। अनिल साहा के निधन पर सभी पार्टियों के नेताओं ने शोक प्रकट किया है। भारतीय जनता पार्टी नेता व विधायक शकर घोष, सासद राजू बिष्ट, नांटू पाल, सीटू नेता समन पाठक, गौतम घोष, नगर निगम प्रशासक गौतम देव, रंजन सरकार, आलोक चक्रवर्ती समेत बड़ी संख्या में सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने भी उनके निधन पर दुख जताया है।