बगैर पूरी तैयारी के ही कोविड ब्लॉक चालू

-गैस पाइप लाइन बिछाने का काम अभी भी जारी -अब कोरोना मरीजों की चिकित्सा यहीं की जाएगी -निजी नर्सि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Feb 2021 09:12 PM (IST) Updated:Sat, 20 Feb 2021 09:12 PM (IST)
बगैर पूरी तैयारी के ही कोविड ब्लॉक चालू
बगैर पूरी तैयारी के ही कोविड ब्लॉक चालू

-गैस पाइप लाइन बिछाने का काम अभी भी जारी

-अब कोरोना मरीजों की चिकित्सा यहीं की जाएगी

-निजी नर्सिग होम शीघ्र ही छोड़ देने का ऐलान

-चांग अस्पताल में अब मात्र तीन ही कोरोना मरीज

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में आधी-अधुरी तैयारियों के साथ कोविड-19 ब्लॉक शनिवार को चालू कर दिया गया है। 100 बेड वाले उक्त कोविड-19 ब्लॉक का उद्घाटन उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (एनबीएमसीएच) रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन डॉ रूद्रनाथ भट्टाचार्य ने किया। इस मौके पर उत्तर बंगाल में कोरोना वायरस मामलों को देखने के लिए राज्य सरकार द्वारा नियुक्त ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी ओएसडी सुशांत कुमार राय, दार्जिलिंग जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रलय आचार्य, एनबीएमसीएच के प्राचार्य डॉ इंद्रजीत साहा, मेडिकल अधीक्षक डॉ संजय मल्लिक, डीन डॉ संदीप सेनगुप्ता उपस्थित थे। एनबीएमसीएच के आधिकारिक सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार कोविड-19 ब्लॉक में गैस पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है। जल्द ही यह कार्य पूरा हो जाएगा। हालांकि इससे मरीजों को कोई असुविधा नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अब कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों का इलाज सरकारी व्यवस्था के तहत कराया जाएगा। ओएसडी डॉ रॉय ने बताया कि कोविड-19 ब्लॉक में आठ बेड आइसीयू के तथा आठ बेड एचडीयू के तथा 84 जनरल बेड रहेंगे। वेंटिलेटर की व्यवस्था मौजूद रहेगी। कोरोना संक्रमित मरीजों को एनबीएमसीएच के कोविड-19 ब्लॉक में ही भर्ती किया जाएगा। नए मरीज हिमाचल विहार अंतर्गत कोविड-19 अस्पताल में भर्ती नहीं होंगे। जल्द ही उक्त कोविड-19 अस्पताल को सरकारी व्यवस्था से मुक्त कर दिया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल चेंग सुपर स्पेशियलिटी कोविड-19 अस्पताल में कोरोना संक्रमित तीन मरीज भर्ती हैं। पोस्ट कोविड मरीजों के लिए 12 बेड अलग से

ओएसडी डॉ रॉय ने बताया कि मरीज कोरोना संक्रमण के साथ भर्ती होते हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त हो जाने के बाद भी उनकी तबीयत बिगड़ जाती है तथा उनकी मौत हो जाती है। ऐसे मरीजों को बचाया जा सके, इसके लिए अलग से 12 बेड का विशेष वार्ड तैयार किया जा रहा है।

महामारी खत्म होने के बाद भी वार्ड का उपयोग डॉ रॉय ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी को दौर खत्म होने के बाद भी एनबीएमसीएच के कोविड-19 अस्पताल को इंफेक्शनरी डिजीज वार्ड यानी एक-दूसरे के संपर्क में आने से फैलने वाली बीमारी के इलाज के लिए उपयोग में किया जाएगा। इस प्रकारी बीमारी से पीड़ित मरीजों की चिकित्सा यहीं की जाएगी। ऐसा नहीं है कि कोरोना महामारी खत्म होने के बाद वार्ड को बंद कर दिया जाएगा। इसका उपयोग होता रहेगा।

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