Corona vaccination:किस-किस को मिलेगी वैक्सीन? कहां-कब मिलेगी, क्या-क्या हैं साइड एफेक्ट्स?

सिलीगुड़ी समेत पूरे उत्तर बंगाल में भी शनिवार को सुबह नौ बजे से कोरोना वायरस का टीकाकरण शुरू हो जाएगा। इसके लिए विभिन्न जिला मुख्यालय व अन्य जगहों पर निर्दिष्ट अस्पतालों में आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। दार्जिलिंग जिला के लिए कुल 18000 डोज वैक्सीन आई है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 08:02 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 08:02 PM (IST)
Corona vaccination:किस-किस को मिलेगी वैक्सीन? कहां-कब मिलेगी, क्या-क्या हैं साइड एफेक्ट्स?
टीकाकरण के इंतजार की घड़ियां अब समाप्त होने को हैं

इरफ़ान-ए-आज़म, सिलीगुड़ी : कोरोना वायरस महामारी (कोविड-19) की रोकथाम की दिशा में टीकाकरण के इंतजार की घड़ियां अब समाप्त होने को हैं। देश भर के तमाम जगहों की भांति सिलीगुड़ी व उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों में भी टीकाकरण हेतु कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली खेप बीते बुधवार को मध्य रात्रि में ही आ चुकी है। देशभर के साथ ही साथ यहां सिलीगुड़ी समेत पूरे उत्तर बंगाल में भी शनिवार 16 जनवरी 2021 को सुबह नौ बजे से कोरोना वायरस का टीकाकरण शुरू हो जाएगा।

इसके लिए विभिन्न जिला मुख्यालय व अन्य जगहों पर निर्दिष्ट अस्पतालों में आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। दार्जिलिंग जिला के लिए कुल 18000 डोज वैक्सीन आई है।अलग-अलग तीन बाॅक्स में प्रति बाॅक्स 600 शीशियां (फाइल) यानी 1800 फाइल 'कोवीशील्ड' वैक्सीन दार्जिलिंग जिला को मिली है। इसमें हर फाइल में 10 डोज वैक्सीन है। इसके टीकाकरण का प्रथम चरण शनिवार से शुरू हो जाएगा। 

किस-किस को मिलेगी वैक्सीन?

18 से 65 वर्ष तक के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। प्रथम चरण में सरकारी व निजी दोनों ही श्रेणी के स्वास्थ्य परिसेवा क्षेत्र के लोगों डाॅक्टरों, नर्सों व स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन मिलेगी। ऐसे 17434 लोगों का नाम प्रथम चरण के लिए पहले से ही पंजीकृत है। उन सभी को, उनके द्वारा प्रदत्त कांटैक्ट नंबर पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से मैसेज भेज कर व काॅल कर सूचित कर दिया जाएगा।18 वर्ष से कम आयु वालों, गर्भवती महिलाओं, व दूध पिलाने वाली माताओं को यह वैक्सीन नहीं दी जाएगी। इसी प्रकार इम्यूनो कंप्रोमाइज्ड लोगों जैसे कैंसर रोगी, स्ट्राॅयड ले रोगी आदि गंभीर रोगियों को यह वैक्सीन देने से पहले बहुत कुछ विचार किया जाना जरूरी है।

कहां-कहां मिलेगी वैक्सीन?

दार्जिलिंग जिला के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमओएच) डाॅ. प्रलय आचार्य ने बताया कि प्रथम चरण में जिले में पांच जगहों पर टीकाकरण होगा। उनमें सिलीगुड़ी समतल क्षेत्र  के लिए नाॅर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हाॅस्पिटल (एनबीएमसीएच), सिलीगुड़ी जिला अस्पताल, खोरीबाड़ी ग्रामीण अस्पताल, और दार्जिलिंग पार्वत्य क्षेत्र के लिए दार्जिलिंग सदर अस्पताल व कर्सियांग महकमा अस्पताल में कोरोना वैक्सीन टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं।

कब-कब मिलेगी वैक्सीन?

प्रथम चरण 16 जनवरी शनिवार से शुरू हो रहा है। उस दिन व उसके बाद सोमवार, मंगलवार और शुक्रवार व शनिवार को वैक्सीन दी जाएगी। 

कैसे-कैसे होगा टीकाकरण?

हरेक केंद्र पर कोरोना वायरस संक्रमण (कोविड-19) सुरक्षा संबंधी समस्त दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए ही टीकाकरण किया जाएगा। एक बार में कम से कम 10 लोग हो जाएंगे तभी वैक्सीन की एक फाइल खोली जाएगी और लोगों को दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि एक फाइल में वैक्सीन के 10 डोज होते हैं। यह वैक्सीन देते समय लोगों की शारीरिक अवस्था का भी चिकित्सक परीक्षण करेंगे। उसके अनुरूप ही वैक्सीन दी जा सकती है या नहीं भी दी जा सकती है। यह वैक्सीन देने में 50 वर्ष से अधिक उम्र के वैसे लोगों को ज्यादा वरीयता दी जाएगी जो काॅमोर्बिड हैं। अर्थात जो अन्य बीमारियां जैसे शुगर, ब्लड प्रेशर आदि को रोगी होने के साथ ही साथ कोविड-19 से भी ग्रसित हुए क्योंकि  ऐसे लोगों में वायरस के पुनः पनपने का खतरा ज्यादा होता है।सीएमओएच ने कहा कि टीकाकरण में कोई समस्या नहीं होगी। क्योंकि, इससे पहले दो बार इसका ड्राई-रन के तहत सफल ट्रायल हो चुका है। इससे जुड़े सभी लोग प्रशिक्षित हैं। 

कितना लेना होगा डोज?

इस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि एक व्यक्ति को कम से कम दो डोज लेना जरूरी है। एक बार पहला डोज लेने के 28 दिन बाद दूसरा डोज दिया जाएगा। जिस व्यक्ति ने पहला डोज जिस कंपनी का लिया है दूसरा डोज भी उसी कंपनी का लेना होगा।

क्या-क्या हैं साइड एफेक्ट्स?

इस बारे में नॉर्थ बेंगल मेडिकल कॉलेज एंड हाॅस्पिटल (एनबीएमसीएच) के कम्युनिटी मेडीसिन विभाग के प्रमुख डाॅ. गौतम धर का कहना है कि थोड़े समय के लिए बुखार, सिर दर्द, चक्कर, थकान व एलर्जी इसके साइड एफेक्ट (कुप्रभाव) हो सकते हैं जो कि सामान्यतः हर वैक्सीन के साथ ऐसा ही है। वही साइड एफेक्ट इस वैक्सीन के भी हो सकते हैं।

कितनी सुरक्षित है कोरोना वैक्सीन? 

इस बारे में नॉर्थ बेंगल मेडिकल कॉलेज एंड हाॅस्पिटल (एनबीएमसीएच) के कम्युनिटी मेडीसिन विभाग के प्रमुख डाॅ. गौतम धर कहते हैं कि यह वैक्सीन एकदम नई वैक्सीन है। इसका ट्रायल हुआ है लेकिन कंप्लीट ट्रायल अभी तक पूरा-पूरा नहीं हुआ है। वैसे सरकार जो बोल रही है, यह बहुत सुरक्षित वैक्सीन है।

कितनी प्रभावी है कोरोना वैक्सीन?

इस पर डाॅ. गौतम धर कहते हैं कि प्रभाव की जहां तक बात है तो अभी तक इसका सीमित अध्ययन ही हुआ है। इसलिए इसका प्रभाव कितना होगा, पूरी तरह कहा नहीं जा सकता है। वैसे हम लोग मान कर चल रहे हैं कि यह 80 प्रतिशत से ज्यादा प्रभावशाली हो सकती है। यही माना जा रहा है। वैसे समय बताएगा।इसकी टाइम टेस्टिंग अभी तक नहीं हुई है। अर्थात, आज वैक्सीन दी गई और तीन साल बाद उसका प्रभाव-कुप्रभाव हम लोग देखते हैं। वैसी टाइम टेस्टिंग तो इस वैक्सीन की हुई नहीं है। यह नई वैक्सीन शुरू हुई है। सो, हम लोग यह कह नहीं सकते कि इसका प्रभाव कितना होगा। वैसे वे 80 प्रतिशत प्रभावशाली होने का दावा कर रहे हैं।

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