लगातार बढ़ रही है महिलाओं की जद्दो-जहद

बड़ी मुसीबत -सरकारी टीकाकरण केंद्रों में हालत बेहद खराब -बारिश में भी एक दिन पहले ह

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 08:05 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 08:05 PM (IST)
लगातार बढ़ रही है महिलाओं की जद्दो-जहद
लगातार बढ़ रही है महिलाओं की जद्दो-जहद

बड़ी मुसीबत

-सरकारी टीकाकरण केंद्रों में हालत बेहद खराब

-बारिश में भी एक दिन पहले ही लग जाती है लंबी लाइन

-कोरोना टीका लगना किसी युद्ध जीतने से कम नहीं

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोना वायरस टीकाकरण को लेकर लोगों की परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। कहीं लोग देर रात से ही लाइन में लग जा रहे हैं, तो कहीं लाइन में लगने के बाद वैक्सीन नहीं मिलने की शिकायत आ रही है। कुछ टीकाकरण केंद्रों पर तो ऐसी स्थिति हो गई है कि बारिश के मौसम में लोग भीगते हुए अथवा छाता के सहारे लाइन में लगने के लिए मजबूर हो रहे हैं। खासकर महिलाओं को टीका लेने में काफी परेशानी हो रही है। इसी कड़ी में शनिवार को सिलीगुड़ी कंचनजंघा स्टेडियम माता टीकाकरण केंद्र पर महिलाएं टीकाकरण के लिए भोर साढ़े तीन बजे से ही लाइन में लग जा रहीं है। इस दौरान बारिश आने की स्थिति में उनके बचने के एक मात्र सहारा छाता ही है। तेज बारिश होने की स्थिति में छाता भी सहारा छोड़ देता है। लाइन में खड़ी महिलाओं को कहना है कि वे लोग साढ़े तीन बजे से ही लाइन में खड़ी हैं। स्टेडियम का गेट सुबह नौ बजे तक खुलता है। जब तक गेट नहीं खुले तक तक बारिश हो या धूप, बाहर ही लाइन में ही खड़ा रहना पड़ता है।

यह समस्या सिर्फ एक दिन की और एक सेंटर की नहीं है, बल्कि इस तरह की समस्या उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल तथा सिलीगुड़ी जिला अस्पताल समेत हर सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर देखने को मिल रही है।

दूसरी ओर अभी जिले में 18 वर्ष से लेकर 44 वर्ष के उम्र तक के बिना कटेगरी वाले लोगों को टीका देने का काम शुरू नहीं हुआ है। टीकाकरण प्रक्रिया शुरू नहीं होने से लोगों का रोष बढ़ता जा रहा है। ऐसे वर्ग के लोगों का कहना है कि 18 वर्ष से 44 वर्ष के बिना कटेगरी वालों का क्या दोष है, जो उनको टीकाकरण से वंचित रखा जा रहा है।

दूसरी ओर उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के आधिकारिक सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार यहां पर 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को निर्धारित कटेगरी के आधार पर टीका देने का काम हो रहा है। जबकि 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को सामान्य रूप से टीका दिया जा रहा है।

chat bot
आपका साथी