मई का दूसरा सप्ताह साबित हुआ भयावह
- नगर निगम क्षेत्र में ही कोरोना के 2612 नए मामले -महकमा के अन्य हिस्सों में भी 143
- नगर निगम क्षेत्र में ही कोरोना के 2612 नए मामले
-महकमा के अन्य हिस्सों में भी 1438 लोग संक्रमित
-लगातार मौत के तांडव ने सबकी बढ़ाई चिंता 99
मरीजों की मौत हुई है एक सप्ताह के अंदर
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सौ से ज्यादा मरीजों ने जीती जिंदगी की जंग
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :
कोरोना के वायरस के बढ़ते मामलों ने मई महीने के पहले सप्ताह की तरह दूसरे सप्ताह में भी सारा रिकार्ड ध्वस्त कर दिया है। कोरोना की दूसरी लहर में पूरे देश की तरह पश्चिम बंगाल व सिलीगुड़ी के आसपास के क्षेत्र में भी कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। अप्रैल महीने में सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में लगभग 5000 मामले आए। जबकि 60 से ज्यादा मरीजों की मौत हुई थी। वहीं मई महीना के शुरुआती प्रथम सप्ताह जहां काफी भयावह साबित हुआ था, लेकिन उससे भी ज्यादा भयावह दूसरा सप्ताह साबित हुआ। कोरोना वायरस के नए मामले तथा इस बीमारी से हो रही मौतें स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन के साथ-साथ मरीजों और उनके परिजनों को सकते में डाल दिया है। मई महीने में कोरोना वायरस किस कदर बढ़ रहा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मई महीने के दूसरे सप्ताह में यानी आठ मई से लेकर 14 मई तक इन सात दिनों के दौरान सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में कोरोना वायरस के लगभग 4050 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें सिर्फ सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में आकड़ा 2612 का है। जबकि सिलीगुड़ी महकमा के माटीगाड़ा,नक्सलबाड़ी, खोरीबाड़ी, फासीदेवा तथा सिलीगुड़ी से सटे सुकना में इन सात दिनों में 1438 मामले सामने आए हैं। सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र हो अथवा सिलीगुड़ी महकमा परिषद के इलाके,इन सभी जगहों पर मई के पहले सप्ताह के मुकाबले दूसरे सप्ताह सर्वाधिक मामले देखे जा रहे हैं। एक और जहा मामले बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मृतकों की भी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल समेत नìसग होम में एक सप्ताह के दौरान 99 मरीजों की मौत हो चुकी है। एक सप्ताह में हुई इतनी मौतें किसी सप्ताह में सर्वाधिक मौतें हैं। इस महीने अब तक सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में कोरोना के मामलों पर नजर डालने पर मालूम चलता है कि जहां 14 दिनों में 7350 मामले सामने आए हैं, वहीं 159 मरीज कोरोना से जंग हार गए। क्या था अप्रैल में दूसरे सप्ताह का हाल
वहीं बीते महीने अप्रैल के द्वितीय सप्ताह की तुलना की जाए तो अप्रैल के द्वितीय सप्ताह में कोरोना के 405 मामले दर्ज किए गए थे। जबकि दूसरे सप्ताह में एक मरीज की मौत हुई थी। वहीं 40 मरीजों ने कोरोना से जंग जितने में कामयाब हुए थे। हालांकि अप्रैल के प्रथम पखवाड़े के बाद ही कोरोना ने अपना उग्र रूप दिखाना शुरू कर दिया था।
सभी अस्पतालों में बेड की कमी
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच जहा उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में लगभग एक सौ मरीज भर्ती हैं। वहीं सिलीगुड़ी आसपास के निजी अस्पतालों में भी काफी संख्या में मरीज भर्ती हैं। यहा तक की निजी अस्पतालों में भर्ती होने के लिए मरीजों का अलार्म लगा हुआ है लेकिन बेड नहीं होने की मजबूरी बता अस्पताल प्रबंधन के लोग मरीजों को भर्ती करने से इंकार कर दे रहे हैं। जागरूकता से ही बचाव संभव
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य विभाग का सिर्फ यही कहना है बीमारी के दूसरे चरण में जिस तरफ से मामले बढ़ रहे हैं, इससे लोगों को और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के डीन तथा कोविड नेटवर्क, सिलीगुड़ी के संयोजक डॉक्टर संदीप सेनगुप्ता का कहना है कि कोरोना से बचने का एकमात्र उपाय जागरूकता ही रह गया है।