कोरोना के नए मामले कभी अप तो कभी डाउन

-कहीं लापरवाही कहीं पड़ न जाए जान पर भारी -छूट मिलते ही बाजारों में हो रही काफी भीड़ -स्वास्

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 08:42 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 08:42 PM (IST)
कोरोना के नए मामले कभी अप तो कभी डाउन
कोरोना के नए मामले कभी अप तो कभी डाउन

-कहीं लापरवाही कहीं पड़ न जाए जान पर भारी

-छूट मिलते ही बाजारों में हो रही काफी भीड़

-स्वास्थ्य विभाग को फिर से स्थिति बिगड़ने की आशंका

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोना वायरस के नए मामलों में पिछले महीने मई की अपेक्षा जून महीने कमी आई हो, लेकिन खतरा अभी भी बरकरार है। कम होते मामले को देख कर यदि लोग लापरवाही बरतेंगे तो उनकी सेहत पर बहुत भारी पड़ेगा। इस महीने की शुरुआत से ही कोरोना के नए मामलों में उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिल रहा है। कोरोना के नए मामले कभी अप हो रहे हैं तो कभी डाउन। सबसे बड़ी बात यह है एक दिन संक्रमित मरीजों की संख्या में ंकमी आती है तो दिन बढ़ोत्तरी हो जाती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि राज्य सरकार द्वारा लागू लाकडाउन में छूट से बाजारों में काफी भीड़ होने लगी है। इससे देखा जा रहा है कि कोरोना के नए मामलों में भी वृद्धि हो रही है।

इधर स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस के नए मामलों में दो दिनों से भले ही कमी देखी जा रही हो लेकिन अभी खतरा टला नहीं है। बताया गया कि जब तक कोरोना वायरस की वैक्सीन अधिक से अधिक लोगों को नहीं लग जाती है तब तक लोगों को इस महामारी से बचने के लिए विशेष सावधानियां बरतनी होगी। बताया गया कि कि कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा लाकडाउन की अवधि अगले महीने एक जुलाई तक बढ़ा दी गई है। ऐसे में लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना चाहिए। क्योंकि देखा गया है कोरोना वायरस का दूसरा चरण पूरे देश में काफी खतरनाक साबित हुआ है। इससे पश्चिम बंगाल और सिलीगुड़ी भी अछूता नहीं रहा है। इसलिए अभी भी भीड़ वाले इलाकों में जाने से लोगों को बचना चाहिए। सफाई पर विशेष ध्यान देते हुए बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। जबकि वास्तविक स्थिति यह नहीं है। लोग लापरवाह होते जा रहे हैं। इसी कारण से स्वास्थ्य विभाग को फिर से स्थिति बिगड़ने की आशंका है। क्या कहते हैं विशेषज्ञ

इस बारे में उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के अधीक्षक तथा जाने-माने माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ संजय मलिक का कहना है कि भले ही इस महीने नए मामलों में कुछ कमी आई हो लेकिन अभी खतरा पूरी तरह से टला नहीं है। इसलिए लोगों को जरा भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। लोगों को कोविड-19 प्रोटोकॉल की कड़ाई से पालन करना चाहिए। डबल मास्क का उपयोग करते हुए शारीरिक दूरी बनाए रखने पर विशेष ध्यान देना होगा। बाजार में सब्जी खरीदने जाने के दौरान जितने कम से कम समय में घर वापस चले आना अच्छा रहेगा। क्योंकि अभी थोड़ी लापरवाही गंभीर स्वास्थ्य संकट में डाल सकती है। काफी डराने वाला था मई

उल्लेखनीय है कि जून महीने में अब तक लगभग ढाई हजार से ज्यादा मामले सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में आ चुके हैं। वहीं 80 से ज्यादा मरीजों की मौत हो चुकी है।

पिछले महीने मई की बात करें तो मई महीने में कोरोना ने अपना सारा रिकार्ड तोड़ दिया था। मई महीने में सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में कोरोना वायरस के लगभग 15 हजार मामले सामने आए थे। जबकि 338 मरीजों की मौत कोरोना के संक्रमण से हुई थी। यह महीना काफी डराने वाला था। हांलाकि इस दौरान आठ हजार से ज्यादा मरीज कोरोनावायरस के संक्रमण से मुक्त भी हुए थे।

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