अब हारेगा कोरोना लेकिन रहें सतर्क
-नए मामलों में 75 फीसद की कमी -मौत के आंकड़ो में भी काफी कमी आई 16 सौ के
-नए मामलों में 75 फीसद की कमी
-मौत के आंकड़ो में भी काफी कमी आई 16
सौ के आसपास नए मरीज मिले हैं
65
फीसद की कमी आई थी जून में
27
सौ मरीजों ने जीती जिंदगी की जंग जागरण विशेष
शिवानंद पांडेय
, सिलीगुड़ी : कोरोना वायरस महामारी के बीच जून महीना काफी हद तक सुकून देने वाला साबित हो रहा है। मई महीने में कोरोना ने सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में सभी रिकार्डो को ध्वस्त कर दिया था। मई की अपेक्षा जून में कोरोना के मामलों लगभग 65 प्रतिशत से की कमी आई। जबकि जुलाई महीने में जून की अपेक्षा नए मामलों में 75 प्रतिशत से भी ज्यादा की कर्मी दर्ज की गई है। इससे जाहिर है अब कोरोना हारने वाला है,लेकिन सतर्क रहना जरूरी है। यदि सावधानी नहीं बरतेंगे तो कोरोना फिर से फन फैलाने में देरी नहीं करेगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मई में मुहैया कराए गए आकड़ों तथा जून व जुलाई महीने के आकड़ों पर गौर करने पर मालूम चला कि मई महीना कोरोना वायरस के दूसरे चरण में पुरी तरह पिक पर था। मई महीने में सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में लगभग 15 हजार संक्रमण के मामले दर्ज किए गए थे। जबकि जून महीने में सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में 5202 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं जुलाई महीने में सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में कोरोना के 1609 मामले दर्ज किए गए। जाहिर है जून की अपेक्षा जुलाई महीने में नए मामलों में 70 प्रतिशत से ज्यादा की कमी दर्ज की गई है।
इसी तरह से मौत के मामलों में भी काफी कमी दर्ज की गई है। यह खबर मरीजों और उनके परिजनों तथा स्वास्थ विभाग के लिए राहत देने वाली है। मई महीने में कोरोना संक्रमित 338 मरीजों की मौत हुई। जबकि जून महीने में इस बीमारी से 170 मरीज जीवन की जंग हार गए। वहीं जुलाई महीने में कोरोना संक्रमित 50 मरीजों की मौत हुई। इस तरह से जून की अपेक्षा जुलाई महीने में मौत के मामलों में लगभग 71 प्रतिशत से ज्यादा की कमी आई है।
जुलाई महीने जहा एक और संक्रमण के मामलों में कमी देखी गई, वहीं ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी गई जो कोरोना पर विजय पाने में महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। जिला प्रशासन द्वारा मिले आकड़ों के मुताबिक जुलाई महीने में लगभग 2700 मरीजों ने कोरोना से जंग जीतने में कामयाबी हासिल की।
अभी भी भीड़ में जाने से बचें
इधर, स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस के नए मामलों में भले ही कमी देखी जा रही हो लेकिन अभी खतरा टला नहीं है। बताया गया कि जब तक कोरोना की वैक्सीन अधिक से अधिक लोगों को नहीं लग जाती है तब तक लोगों को इस बीमारी से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतनी होगी। बताया गया कि कि कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन की अवधि अगले महीने 15 अगस्त तक बढ़ा दी गई है। लोगों को इन नियमों का कड़ाई से पालन करना चाहिए। क्योंकि कोरोना वायरस का दूसरा चरण पूरे देश में काफी खतरनाक साबित हुआ है। इससे पश्चिम बंगाल और सिलीगुड़ी भी अछूता नहीं रहा है। इसलिए अभी भी भीड़ वाले इलाकों में जाने से लोगों को बचना चाहिए। सफाई पर विशेष ध्यान देते हुए बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। --------------- भले ही इस महीने नए मामलों में काफी कमी आई हो, लेकिन अभी खतरा पूरी तरह से टला नहीं है। इसलिए लोगों को जरा भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। लोगों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना चाहिए। डबल मास्क का उपयोग करते हुए शारीरिक दूरी बनाए रखने पर विशेष ध्यान देना होगा। बाजार में सब्जी खरीदने जाने के दौरान जितने कम से कम समय में घर वापस आना अच्छा रहेगा। क्योंकि अभी थोड़ी लापरवाही गंभीर स्वास्थ्य संकट में डाल सकती है। -संजय मलिक,अधीक्षक,उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल
मई महीना था डराने वाला
मई महीने की बात करें, तो यह डराने वाला था। मई महीने में कोरोना ने अपना सारा रिकार्ड तोड़ दिया था। मई महीने में सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में कोरोना वायरस के लगभग 15 हजार मामले सामने आए थे। जबकि 338 मरीजों की मौत कोरोना के संक्रमण से हुई थी। इस दौरान आठ हजार से ज्यादा मरीज कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त भी हुए थे। जून व जुलाई में कोरोना के मामले जून प्रथम सप्ताह
नए मामले-मौत
1985-49
जुलाई प्रथम सप्ताह
नए मामले-मौत
487-13 जून द्वितीय सप्ताह
नए मामले-मौत
1216-43
जुलाई द्वितीय सप्ताह
नए मामले-मौत
371-10 जून तृतीय सप्ताह
नए मामले-मौत
956-43
जुलाई तृतीय सप्ताह
नए मामले-मौत
315-14 जून अंतिम सप्ताह
नए मामले-मौत
1047-35
जुलाई अंतिम सप्ताह
नए मामले-मौत
436-13 टोटल मामले व मौत जून-2021
5204- 170
टोटल मामले व मौत जुलाई-2021
1609- 50
नोट : कोरोनावायरस के मामले सिलीगुड़ी व आसपास इलाके के हैं, जबकि मौत के आकड़े उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल तथा निजी नìसग होम के हैं।