पूर्व माकपा पार्षद ने थामा तृणमूल का दामन
पाला बदल -पार्टी के कई नेता और समर्थक भी साथ आए - भाजपा जिला कमेटी के सदस्य भी हुए शामिल
पाला बदल
-पार्टी के कई नेता और समर्थक भी साथ आए
- भाजपा जिला कमेटी के सदस्य भी हुए शामिल जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : वाम मोर्चा के घटक दलों में से एक आरएसपी नेता तथा नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर के तृणमू में शामिल होने के बाद अब नगर निगम के 44 नंबर वार्ड की पूर्व पार्षद व माकपा नेता प्रीतिकाना विश्वास अपने समर्थकों के साथ बुधवार को तृणमूल काग्रेस में शामिल हो गईं। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सिलीगुड़ी संगठन जिला कमेटी के सदस्य, 17 नंबर वार्ड निवासी सौरभ प्रसन्नदेव (मोना) भी तृणमूल काग्रेस में शामिल हो गए। इन सभी आगंतुकों ने इस दिन दाíजलिंग जिला तृणमूल काग्रेस कार्यालय विधान भवन में तृणमूल काग्रेस के वरिष्ठ नेता गौतम देव के हाथों पार्टी का झडा थामा। प्रीतिकाना विश्वास के साथ ही साथ 41 नंबर वार्ड के इलाके के रहने वाले व माकपा की डाबग्राम लोकल कमेटी के पूर्व सचिव उज्ज्वल दास, रतन साह, शिबू साहा, माधव पाल, विपुल सरकार, समीरन प्रसाद, दुलाल बर्मन, अमन सान्याल, व लक्ष्मण राय आदि ने भी तृणमूल काग्रेस का झडा थामा।तृणमूल काग्रेस के वरिष्ठ नेता गौतम देव ने इन सभी का दलीय झडा थमा कर तृणमूल काग्रेस में स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वर्तमान कोरोना महामारी के मद्देनजर बड़े स्तर पर ज्वाइनिंग नहीं कराई जा सकी है। वरना, 44 नंबर वार्ड में ही समारोह पूर्वक बड़े स्तर पर ज्वाइनिंग कराई जाती, जहा और भी सैकड़ों माकपा समर्थक तृणमूल काग्रेस में शामिल होते। अब जब कोरोना महामारी की परिस्थिति थोड़ी बेहतर होगी तब समारोह पूर्वक बड़े स्तर पर ज्वाइनिंग कराई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी मा-माटी-मानुष की नेत्री ममता बनर्जी के आदर्शो और उनके द्वारा राज्य में किए गए बेनजीर विकास कार्यो से ही प्रेरित होकर आए दिन विभिन्न दलों व मतों के लोग तृणमूल काग्रेस का दामन थाम रहे हैं। यह सिलसिला चलता रहेगा। इस अवसर पर दाíजलिंग जिला तृणमूल काग्रेस अध्यक्ष रंजन सरकार व अन्य कई उपस्थित रहे।
झटके पर झटका
यहां बता दें कि कोरोना संकट खत्म होते ही सिलीगुड़ी नगर निगम का चुनाव होने की संभावना है। लेकिन उसके पहले वाम मोर्चा को झटके पर झटका लग रहा है। पूर्व डिप्टी मेयर रामभजन महतो पहले ही तृणमूल में शामिल हो चुके हैं। माकपा के एक अन्य पूर्व पार्षद तथा पूर्व मेयर पार्षद कमल अग्रवाल भी तृणमूल का दामन थाम चुके हैं। सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में माकपा के और भी कुछ पूर्व पार्षद तृणमूल में जा सकते हैं। इससे स्वभाविक तौर पर वाम मोर्चा और खासकर माकपा की परेशानी बढ़ गई है।