भावी पीढ़ी के निर्माण से देश व विश्व का निर्माण संभव

बच्चों के विकास में महिलाओं की भूमिका अहम संवाद सूत्ररंगपो बच्चे ही समाज का भविष्य हैंइन्हें सह

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 07:06 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 07:06 PM (IST)
भावी पीढ़ी के निर्माण से देश व विश्व का निर्माण संभव
भावी पीढ़ी के निर्माण से देश व विश्व का निर्माण संभव

बच्चों के विकास में महिलाओं की भूमिका अहम

संवाद सूत्र,रंगपो: बच्चे ही समाज का भविष्य हैं,इन्हें सही दिशा देने को उचित शिक्षा व संस्कार अत्यंत अनिवार्य हैं। हम सब आज जो भी हैं, समाज के ही आधार से हैं। इसलिए अपनी क्षमता का एक हिस्सा समाज के निर्माण में वापस देना हममें से हर नागरिक का कर्तव्य है और बच्चों के विकास में महिलाओं से बेहतर भूमिका भला कौन निभा सकता है? हमारी भावी पीढ़ी के निर्माण से ही देश का और एक बेहतर विश्व का निर्माण संभव है।

ये विचार अक्षर फाउंडेशन की स्वयंसेविकाओ और विहंगम योग संस्थान की महिला कार्यकर्ताओं ने व्यक्त किए।

अक्षर फाउंडेशन की ओर से नाम्फोंग और लिंग्दोक के रेनबो चिल्ड्रेन होने और अर्कारी निम्न माध्यामिक पाठशाला में 60 विद्याíथयों को पाठ्य सामग्री एवं अन्य उपहार के वितरण कार्यक्रम में कहा कि अक्षर फाउंडेशन, सद्गुरु सदाफलदेव विहंगम योग संस्थान की मातृ-शक्ति द्वारा संचालित सेवा संगठन है। जो कि बाल कल्याण की दिशा में कार्यरत है। इस दिन हर वर्ष देश भर में हजारों जरूरतमंद बच्चों को पाठ्य सामग्री आदि उपहार वितरित किए जाते हैं। विहंगम योग संस्थान द्वारा देश के विभिन्न स्थानों पर नि:शुल्क आवासीय विद्यालय भी संचालित हैं जो कि हर वर्ष अनेकानेक जरूरतमंद बच्चों को संस्कार और शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। ये बच्चे आगे चलकर समाज के अग्रणी जनों के रूप में एक बेहतर भारत की नींव रख रहे हैं।

सिक्किम में सद्गुरु सदाफल देव विहंगम योग संस्थान का सत्संग और मेडीटेसन भवन तिब्बत रोड, गंगटोक और तादोंग पाच माइल्स में चल रहे पाठ्य सामग्री वितरण कार्यक्रम के बाद स्कूल के प्राचार्य ने ऐसे आयोजन के लिए अक्षर फाउंडेशन के प्रति आभार व्यक्त कर कहा कि हमारे यहा ज्यादातर बच्चे समाज के अतिपिछड़े तबके से आते हैं। इस तरह के कार्यक्रम न सिर्फ उनके लिए बहुत मददगार हैं, बल्कि इससे बच्चों का मनोबल भी बढ़ता है और उनके अंदर समाज के प्रति आदर की भावना का विकास होता है। कार्यक्रम के आयोजन में रवि सारदा , अंकित सारदा ,अनीता सारदा ,संतोष सारदा आदि विशेष थे।

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(फोटो)

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अंतिम रविवार को पिकनिक मनाने वाले कमी दिखे

जासं,कíसयाग: दाíजलिंग पहाड़ी क्षेत्र में पिकनिक का सीजन समाप्ति की ओर है। इस माह के अंतिम रविवार को पिकनिक मनाने वालों की भीड़ कम दिखी। कíसयाग महकमा क्षेत्र के प्रमुख पिकनिक स्थल दुधिया बाजार क्षेत्र स्थित बालासन नदी के किनारे व यहा के डंफेटार में पिकनिक मनानेवाले लोगों की जमघट कम होने को लेकर इस क्षेत्र के लोगों ने बताया कि पिकनिक का सीजन अब समाप्ति की ओर है। इसलिए पिकनिक का लुत्फ उठाने वालों की कमी दिखने लगी है।

जानकारी के अनुसार हर वर्ष ठंड का मौसम शुरू होते ही दाíजलिंग पहाड़ी क्षेत्र में पिकनिक का सीजन आरंभ हो जाता है। तकरीबन दो से ढ़ाई माह तक पिकनिक का सीजन चलता है। फरवरी महीने के अंतिम सप्ताह तक प्राय: पिकनिक का लुत्फ उठाने को आनेवाले लोगों का आगमन बंद हो जाता है। अब इसका सीजन समाप्ति की ओर है। रविवार की वजह से आज पिकनिक स्थलों पर कम संख्या में लोग नजर आए।

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