केंद्र ने स्वदेश दर्शन योजना में दार्जिलिंग को कुछ नहीं दिया: शांता छेत्री
राज्यसभा सदस्य बोलीं -भाजपा दाíजलिंग पार्वत्य क्षेत्र को वोट बैंक के रूपमें कथित रूपसे प्रयोग कर रही
राज्यसभा सदस्य बोलीं:
-भाजपा दाíजलिंग पार्वत्य क्षेत्र को वोट बैंक के रूपमें कथित रूपसे प्रयोग कर रही
-11 जातियों को ट्राइबल स्टेट्स प्रदान करने सहित स्थायी राजनैतिक समाधान (पीपीएस )की मुद्दे भी अधर में
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जागरण संवाददाता,कíसयाग:
पर्यटन के क्षेत्र में विश्व विख्यात दाíजलिंग को विकसित करने के लिए केन्द्र सरकार ने दाíजलिंग के लिए स्वदेश दर्शन योजना लागू की है या नहीं? जब इस संबंध में राज्यसभा सदस्य शांता छेत्री ने मंगलवार को केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी का ध्यानाकर्षण कराते हुए जानकारी मांगी। तो उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय की ओर से पर्यटन के क्षेत्र में दाíजलिंग को स्वदेश दर्शन योजना के तहत विकसित करने के लिए कोई योजना नहीं है। उन्होंने बताया कि पर्यटन का विकास मुख्य रूपसे संबंधित राज्य सरकार,केन्द्र शासित प्रदेश व प्रशासन की जिम्मेदारी है। ऐसा होने के बावजूद स्वदेश दर्शन की योजनाओं के तहत पर्यटन मंत्रालय थीम आधारित पर्यटक सíकट का एकीकृत विकास,तीर्थयात्रा कायाकल्प व आध्यात्मिक विरासत संवर्द्धन अभियान व सहायता पर राष्ट्रीय मिशन पर्यटन के बुनियादी ढाचे के विकास के लिए केन्द्रीय एजेंसियों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है। देश में पर्यटन बुनियादी ढाचे के विकास के लिए राज्य सरकार,केन्द्र शासित प्रदेश,प्रशासन व केन्द्रीय एजेंसियों को वित्तीय सहायता करती है। राज्यसभा सदस्य ने कहा कि दाíजलिंग पहाड़ी क्षेत्र से अब तक तीन बार भाजपा सासद जीतकर संसद पहुंचे हैं मगर उक्त तीनों सांसद ने पार्वत्य क्षेत्र के विकास की दिशा में कोई कार्य नहीं किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा दाíजलिंग पार्वत्य क्षेत्र को वोट बैंक के रूपमें कथित रूपसे प्रयोग कर रही है। अब तक 11 जातियों को ट्राइबल स्टेट्स प्रदान करने सहित स्थायी राजनैतिक समाधान (पीपीएस )की मुद्दे भी अधर में लटका है। इसका भी समाधान भाजपा सरकार नहीं कर पायी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार दाíजलिंग पार्वत्य क्षेत्र के साथ सौतेला व्यवहार करती है।
(फोटो) रास सदस्य, शांता छेत्री