परिवहन नगर में सुरक्षा व्यवस्था की खुली पोल
-अवैध शराब बेचने वालों ने मचाया तांडव -मामूली विवाद में बस चालक को जमकर पीटा -स्टैंड स्थानां
-अवैध शराब बेचने वालों ने मचाया तांडव
-मामूली विवाद में बस चालक को जमकर पीटा
-स्टैंड स्थानांतरण को लेकर बस ऑपरेटरों में घबराहट
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : चार दिनों में ही परिवहन नगर में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई। अवैध शराब कारोबारियों के साथ हुई बहस में पिटाई के बाद एक बस चालक बुरी तरह से जख्मी हो गया है। इस घटना के खिलाफ सिलीगुड़ी जंक्शन बस ऑनर एंड कमिश्न एजेंट वेलफेयर एसोसिएशन ने माटीगाड़ा थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
मिली जानकारी के अनुसार विजयादशमी के दिन करीब एक बजे चालक बस में सोया हुआ था। उसी दौरान कुछ युवक वहां आ धमके और बस हटाने की जिद करने लगे। आरोप है कि पार्किग एरिया से बस हटाने की बात नहीं मानने पर बदमाशों ने बस चालक के साथ मारपीट की। इस घटना में बस चालक का सिर फट गया और शरीर के अन्य हिस्सों में भी गंभीर चोटें आई हैं। आरोप के मुताबिक मारपीट करने वाले युवक परिवहन नगर स्थित उत्तरायण होटल के मालिक व कर्मचारी थे। इस होटल में अवैध शराब का धंधा खुलेआम होता है। पुलिस की नजर में धूल झोंकने के लिए दूर से ही वैन को आता देखकर ये लोग अलर्ट हो जाते हैं। जबकि बस खड़ी होने से इन्हें पुलिस पर नजर रखने में परेशानी हो रही थी। इसी वजह से नशे में धुत्त होटल के मालिक व कर्मचारियों ने बस चालक के साथ मारपीट की।
यहां बताते चलें कि सिलीगुड़ी जंक्शन स्थित निजी बस स्टैंड जाम की समस्या का एक बड़ा कारण माना जा रहा है। यहां से राज्य के विभिन्न इलाकों के साथ पड़ोसी राज्य बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के लिए रोजाना डेढ़ सौ बसें चलती हैं। यात्रियों को चढ़ाने-उतारने के लिए जंक्शन इलाके में इन बसों की पार्किग तथा यात्रियों की आवाजाही आदि को लेकर जाम की समस्या गहरा गई है। इसलिए इस निजी बस स्टैंड को जंक्शन से हटाकर परिवहन नगर में स्थाई करने को लेकर सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस विचार कर रही है। हालांकि परिवहन नगर में स्टैंड स्थानांतरण को लेकर निजी बस मालिक व एजेंट भी राजी हैं, लेकिन वहां बस, कर्मचारी और यात्रियों की सुरक्षा एक बड़ा सवाल है। संगठन के सचवि श्रवण मिश्रा ने बताया कि परिवहन नगर में यात्री प्रतीक्षालय से लेकर शौचालय की नाम मात्र व्यवस्था भी नहीं है। बल्कि वहां सुरक्षा व्यवस्था सबसे बड़ा सवाल है। पूरा इलाका नशेड़ियों के गढ़ में तब्दील हो गया है। स्टैंड स्थानांतरण के पहले पुलिस प्रशासन को बस, कर्मचारी और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आश्वासन देना होगा।