बीएसएनएल कर्मियों ने दी आमरण अनशन की चेतावनी

-प्रदर्शनकारियों ने की बीएसएनएल को बचाने की अपीलकेंद्र सरकार की नीतियों का विरोध जाग

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 11:14 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 11:14 PM (IST)
बीएसएनएल कर्मियों ने दी आमरण अनशन की चेतावनी
बीएसएनएल कर्मियों ने दी आमरण अनशन की चेतावनी

-प्रदर्शनकारियों ने की बीएसएनएल को बचाने की अपील,केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :

भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के, सभी यूनियनों के कर्मियों ने बुधवार को यहां बीएसएनएल के सिलीगुड़ी क्षेत्रीय कार्यालय के सामने प्रतीकात्मक रूप में भूख हड़ताल कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बैनर, पोस्टर व प्ले कार्ड प्रदर्शित करते हुए व नारेबाजी कर एवं वक्तव्य रखते हुए बीएसएनएल को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों को जम कर कोसा। इसके साथ ही बीएसएनएल को निजीकरण से बचाने की मांग की। इस दिशा में आम लोगों से भी सहयोग की अपील की गई।

इस अवसर पर ऑल यूनियन एंड एसोसिएशन ऑफ बीएसएनएल की ओर से संदीपन भट्टाचार्य ने कहा कि बीएसएनएल को अपने कर्मियों और पेंशन धारकों को 39000 करोड़ रुपये अदा करना है। इस बाबत अनगिनत बार आग्रह करने के बावजूद केंद्र सरकार इस दिशा में कुछ नहीं कर रही है। उलटा बीएसएनएल के टावरों, जमीनों व अन्य संपत्तियों को निजी कंपनियों के हाथों बेचने पर आमादा है। कुल मिला कर सरकार हर हाल में बीएसएनएल का निजीकरण करने पर तुली है। इसके किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। इसके विरुद्ध अभी हमने प्रतीकात्मक भूख हड़ताल कर विरोध प्रदर्शन किया है। आगे हम आमरण अनशन करेंगे। इसके खिलाफ हमारा आंदोलन सतत रूप में जारी रहेगा। उन्होंने आम लोगों से भी उनके आंदोलन में सहयोग की अपील की है। ------------

-प्रदर्शनकारियों ने की बीएसएनएल को बचाने की अपील,केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :

भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के, सभी यूनियनों के कर्मियों ने बुधवार को यहां बीएसएनएल के सिलीगुड़ी क्षेत्रीय कार्यालय के सामने प्रतीकात्मक रूप में भूख हड़ताल कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बैनर, पोस्टर व प्ले कार्ड प्रदर्शित करते हुए व नारेबाजी कर एवं वक्तव्य रखते हुए बीएसएनएल को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों को जम कर कोसा। इसके साथ ही बीएसएनएल को निजीकरण से बचाने की मांग की। इस दिशा में आम लोगों से भी सहयोग की अपील की गई।

इस अवसर पर ऑल यूनियन एंड एसोसिएशन ऑफ बीएसएनएल की ओर से संदीपन भट्टाचार्य ने कहा कि बीएसएनएल को अपने कर्मियों और पेंशन धारकों को 39000 करोड़ रुपये अदा करना है। इस बाबत अनगिनत बार आग्रह करने के बावजूद केंद्र सरकार इस दिशा में कुछ नहीं कर रही है। उलटा बीएसएनएल के टावरों, जमीनों व अन्य संपत्तियों को निजी कंपनियों के हाथों बेचने पर आमादा है। कुल मिला कर सरकार हर हाल में बीएसएनएल का निजीकरण करने पर तुली है। इसके किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। इसके विरुद्ध अभी हमने प्रतीकात्मक भूख हड़ताल कर विरोध प्रदर्शन किया है। आगे हम आमरण अनशन करेंगे। इसके खिलाफ हमारा आंदोलन सतत रूप में जारी रहेगा। उन्होंने आम लोगों से भी उनके आंदोलन में सहयोग की अपील की है।

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