सिलीगुड़ी में भी बीएसएफ अधिकारी के ठिकानों पर छापा
-सीबीआई की टीम ने बीएसएफ कैंप का भी किया दौरा -छह महीने पहले राधाबाड़ी में तैनात थे अ
-सीबीआई की टीम ने बीएसएफ कैंप का भी किया दौरा
-छह महीने पहले राधाबाड़ी में तैनात थे आरोपी कमांडेंट जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : रक्षक के ही भक्षक होने का एक और मामला सामने आया है। इस बार मवेशी तस्कर गिरोह के तार सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक कमांडेंट से जुड़ा पाया गया है। मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) कर रही है। बुधवार को सीबीआई की टीम ने सिलीगुड़ी सहित देश के 15 स्थानों पर एक साथ आरोपी बीएसएफ कमांडेंट सतीश कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की।
सीबाआई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीएसएफ कमांडेंट सतीश कुमार के तार मवेशी तस्करों से जुड़े पाए गए हैं। सतीश कुमार वर्ष 2015 के दिसंबर से मई 2016 तक मालदा स्थित बीएसएफ के 20वीं बटालियन में बतौर कमांडेंट नियुक्त थे। इसके बाद मई 2016 से मई 2017 तक वे बीएसएफ 36वीं बटालियन में कमांडेंट नियुक्त थे। करीब छह महीना पहले तक सतीश कुमार जलपाईगुड़ी जिला स्थित राधाबाड़ी बीएसएफ कैंप में कमांडेंट थे। फिलहाल वे छत्तीसगढ़ के रायपुर में पदस्थ हैं। कोलकाता के सॉल्ट लेक, मालदा, सिलीगुड़ी, गाजियाबाद, दिल्ली सहित सतीश कुमार के 15 ठिकानों पर बुधवार को सीबीआई ने एक साथ छापेमारी की। इसी सिलसिले में सीबीआई की एक टीम बुधवार को सिलीगुड़ी भी पहुंची। टीम ने सिलीगुड़ी शहर से सटे उत्तर बंगाल सीमांत मुख्यालय कदमतला और जलपाईगुड़ी जिले के राधाबाड़ी कैंप का भी दौरा किया। सीबीआई के आरोपों के मुताबिक कमांडेंट के साथ जुड़े मवेशी तस्कर गिरोह का संबंध आतंकवादी संगठनों के साथ भी पाया गया है।