पेट्रोल व डीजल पर वैट कम करने की मांग
प्रदर्शन -भाजपा ने राज्य की ममता सरकार को घेरा -बेतहाशा बिजली बिल से भी आम लोग परेशान
प्रदर्शन
-भाजपा ने राज्य की ममता सरकार को घेरा
-बेतहाशा बिजली बिल से भी आम लोग परेशान
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : दीपावली के मौके पर जिस तरह से केंद्र सरकार ने डीजल व पेट्रोल पर सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी शुल्क में 10 रुपये व पांच रुपये की कटौती की है, इसी तरह की कटौती राज्य सरकार से करने की मांग भाजपा ने की है। इस मांग को लेकर मंगलवार को भाजपा सिलीगुड़ी जिला कमेटी की ओर से एयरव्यू मोड़ के पास प्रदर्शन किया गया। भाजपा एक ओर पेट्रोल व डीजल की कीमतों में केंद्र सरकार द्वारा कमी किए जाने को लेकर जहां केंद्र सरकार की पीठ थपथपा रही है, वहीं पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा अभी तक मूल्य वर्धित कर (वैट) कम नहीं किए जाने पर हमला भी बोला है। प्रदर्शन किए जाने के मौके पर उपस्थिति भाजपा नेता व सिलीगुड़ी विधान सभा क्षेत्र के विधायक शंकर घोष, माटीगाड़ा-फांसीदेवा विधान सभा क्षेत्र के विधायक व भाजपा सिलीगुड़ी सांगठनिक जिला कमेटी के संयोजक आंनदमय बर्मन समेत अन्य भाजपा नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे। इस मौके पर संवाददाताओं से बातें करते हुए घोष व बर्मन ने कहा कि जनता की मांग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेट्रोल व डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में दस व पांच रुपये की कटौती कर दी। जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमत में कमी आई है। यह आम जनता के लिए दीपावली का उपहार था। इससे निश्चित रुप से लोगों को महंगाई से कुछ राहत मिलेगी। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल राज्य सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जो तृणमूल कांग्रेस पेट्रोल व डीजल की कीमतों को लेकर लगातार विरोध करती थी, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा कीमतों में की गई कटौती के बाद जब राज्य सरकार की बारी आई तो मौन धारण कर ली है। जबकि भाजपा शासित अन्य राज्य सरकार द्वारा वैट में कटौती किए जाने से 10 से 15 रुपये तक पेट्रोल व डीजल के दाम में कमी आ गई है। पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा वैट में कटौती नहीं किए जाने से बंगाल-बिहार व बंगाल-असम के सीमावर्ती क्षेत्र के लोग कम कीमत पर पेट्रोल व डीजल लेने के लिए बिहार व असम क्षेत्र में पड़ने वाले पेट्रोल पंप पर जाने के लिए विवश हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की तर्ज पर जिस तरह से भाजपा शासित राज्य सरकारों द्वारा भी वैट में कटौती करने से पेट्रोल व डीजल की कीमतों में और कमी आई है, इसी तरह से पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा भी वैट में कटोती करनी चाहिए। भाजपा नेता ने कहा कि पेट्रोलियम पदार्थो को जीएसटी के दायरे में लाने के लिए जब केंद्र सरकार कोशिश करती है, तो इसका विरोध तृणमूल कांग्रेस द्वारा किया जाता है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा बिजली बिल बढ़ाई गई है, इससे आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। राज्य सरकार को बिजली बिल भी कम करना होगा।
पेट्रोलियम पदार्थो के टैक्स में कमी करने की मांग को लेकर डाबग्राम-फूलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र की विधायक शिखा चटर्जी के नेतृत्व में भाजपाईयों ने फूलबाड़ी में प्रदर्शन में किया।