भाजपा व तृणमूल में चला पोस्टर जलाओ अभियान
जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में मंगलवार को भा
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी:
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में मंगलवार को भाजपा ने 12 घटे का उत्तर बंगाल बंद का आह्वान किया था। इस दौरान मंगलवार को सिलीगुड़ी में भाजपा और तृणमूल काग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर हंगामा होता रहा। भारतीय जनता पार्टी सिलीगुड़ी जिला संगठन की ओर से तृणमूल काग्रेस पर पार्टी कार्यकर्ताओं को मारने-पीटने का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि घटना के समय दाíजलिंग जिला तृणमूल काग्रेस के अध्यक्ष रंजन सरकार,टाउन तृणमूल काग्रेस अध्यक्ष संजय पाठक एवं युवा तृणमूल काग्रेस के अध्यक्ष कुंतल राय के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे। दूसरी ओर संजय पाठक का आरोप है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने हिलकार्ट रोड पर लगी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पोस्टर को फाड़ दिया था, ऐसी घटनाएं बर्दास्त नहीं की जाएगी। पूरे मुद्दे पर दाíजलिंग जिला तृणमूल काग्रेस के अध्यक्ष रंजन सरकार ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं ने हिलकार्ट में लगी मुख्यमंत्री की द्वारे-द्वारे सरकार वाले पोस्टर को फाड़ा था। इस तरह की हरकत निंदनीय है। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के बीच तृणमूल काग्रेस समर्थक पहुंचकर कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट शुरू करने लगे। यह घटना थमने का नाम नहीं ले रही थी। तीनबत्ती मोड़, एयरव्यू मोड़, सिलीगुड़ी जंक्शन, एनजेपी गेट बाजार , नौकाघाट समेत अन्य वार्डो में लगे भाजपा के झडे और बैनर पोस्टर को उतार उतार कर जलाया गया। इस घटना को अंजाम देने के लिए बड़ी संख्या में लोग अपने हाथ में लाठी डंडा लेकर भाजपा के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इसको लेकर एनजेपी सहित सिलीगुड़ी का माहौल काफी गर्म है। दोनों पाíटयों के कार्यकर्ताओं के बीच तनाव को देखते हुए हिलकार्ट रोड पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात की तैनाती की गई। माना जा रहा है कि तृणमूल काग्रेस और भाजपा के बीच सत्ता की लड़ाई चरम पर पहुंच चुकी है। आने वाले महीनों में विधानसभा चुनाव होंगे। इस चुनाव में उसी राजनीतिक दल को सत्ता मिलेगी जो जनता का भरोसा जीतने का संदेश लेकर आगे आएंगे। बदले हालात में जनता जागरुक हो चुकी है। किसी को डरा या धमका कर सत्ता हासिल नहीं की जा सकती। यह बात दोनों ही राजनीतिक दलों को समझ लेना चाहिए। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव जीवेश सरकार ने प्रकार की हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि यह बंगाल का कल्चर नहीं रहा है। बंगाल की संस्कृति को नष्ट किया जा रहा है। हिंसा की राजनीति त्याग कर विकास की राजनीति की जाए। इसी को लेकर आने वाले दिनों में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी चुनाव में उतरने को तैयार हैं। लोकतंत्र में हर राजनीतिक दल को अपनी बात कहने और प्रदर्शन करने का अधिकार है। इस अधिकार से किसी को भी वंचित नहीं किया जाना चाहिए। हिंसक राजनीति से किसी का भला नहीं होने वाला।