आधुनिक तकनीक के दौर में मुस्लिम समाज : अली हुसैन
जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी केंद्र में एनडीए की सरकार आने के बाद से आधुनिक तकनीक के दा
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : केंद्र में एनडीए की सरकार आने के बाद से आधुनिक तकनीक के दौर में मुस्लिम समाज तेजी से बढ़ रहा है। यह कहना है भाजपा अल्पसंख्यक के प्रदेश अध्यक्ष अली हुसैन का। उन्होंने कहा कि विज्ञान व तकनीक के महत्व को कोई नकार नहीं सकता। अबतक मुसलमानों को विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने सिर्फ वोट बैंक के रुप में इस्तेमाल किया। कभी भी उसके भविष्य के संबंध में किसी ने चिंता नहीं किया। इस्लाम में पैगम्बर मोहम्मद के सामने जो पहला हरुफ प्रकाशित हुआ वह था तालीम। जो इस मजहब के आधार स्वरूप इल्म के महत्व को बताता है। इस्लाम को हमेशा मानवता के समक्ष प्रस्तुत एक परिपूर्ण जीवन यापन के रूप में माना जाता है। इसमें रूहानी, आर्थिक, सामाजिक, न्यायिक व सियासी विषयों को लेकर कई प्रकार के दिशा निर्देश दिए गये है। मजहवी इल्म एंव दुनियावी इल्म के बीच कोई भेद नहीं रहा। आज के इस दौर में लोग अपने आसपास के के मस्जिदों व इस्लामिक केंद्रों की जानकारी के लिए जीपीएस ट्रेकिंग और लोकेशन आधारित अप्लीकेशन का प्रयोग कर रहे है। बहुत सारे वेबसाइड है जो कुरान और इसके प्रयोगों के बोरे में पूर्ण दिशा निर्देश प्रदान करती है। अब फतवा पर लोग सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर प्रश्न पूछने लगे है। भाजपा हमेशा से कहती आ रही है कि आधुनिक क्रांति के इस दौर में इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में कहा है कि एक हाथ में कुरान और एक हाथ में कंप्यूटर की बात कही है। सोशल मीडिया पर दिखाए जाने वाली नफरत, आतंकवाद और गलत खबरों का हमेशा जागरुक रहें।