बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले के खिलाफ हल्ला बोल
-विहिप तथा सहयोगी संगठनों ने खोला मोर्चा -एसडीओ के माध्यम से प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को भे
-विहिप तथा सहयोगी संगठनों ने खोला मोर्चा
-एसडीओ के माध्यम से प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
-शेख हसीना सरकार से दोषियों पर कार्रवाई की मांग जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: बाग्लादेश में दुर्गोत्सव के दौरान पूजा मंडपों को निशाना बनाए जाने, अल्पसंख्यक हिंदुओं को प्रताड़ित किए जाने तथा इस्कॉन मंदिर पर हमले की घटना को लेकर हिंदुवादी संगठनों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
इस क्रम में विश्व हिंदू परिषद व हिन्दू जागरण मंच की ओर से सोमवार को सिलीगुड़ी एसडीओ के समक्ष एक ज्ञापन दिया गया तथा हासमी चौक पर विरोध प्रदर्शन किया गया। सुबह 11 बजे के करीब हाशमी चौक से एक रैली निकाली गई, जो सीधे एसडीओ कार्यालय तक पहुंची, जहा विरोध स्वरूप ज्ञापन सौंपा गया। विश्व हिंदू परिषद के उत्तरबंग प्रात कोषाध्यक्ष लक्ष्मण बंसल, प्रात संगठन मंत्री अनूप मंडल,बजरंग दल के सिलीगुड़ी जिला संयोजक किशन अग्रवाल तथा हिंदू जागरण मंच के शुभो शील इस दौरान मौजूद रहे। विरोध रैली में सिलीगुड़ी के विधायक शकर घोष भी शामिल हुए। रैली में शामिल संगठन के पदाधिकारियों ने बाग्लादेश में इस्कॉन मंदिरों व पूजा मंडपों में तोड़फोड़ की घटना के लिए जिम्मेवार लोगों को अविलंब गिरफ्तार किए जाने की माग की। साथ ही बाग्लादेश की शेख हसीना सरकार से दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की माग की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पड़ोसी देश के सरकार को इस तरह की घटनाओं को लेकर सख्त संदेश देने की अपील की गई। दोबारा इस तरह की घटना न हो यह सुनिश्चित करने की माग रखते हुए संगठन की ओर से एसडीओ के जरिए देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा गया ।
बताते चलें कि बाग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर लगातार अत्याचार की घटनाएं हो रही है। ऐसे में केंद्र सरकार को इस बारे में बाग्लादेश की सरकार से बातचीत करने तथा अल्पसंख्यक हिन्दुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की माग लगातार हो रही है। जारी है प्रदर्शन का दौर
इससे पहले रविवार को सिलीगुड़ी के इस्कॉन मंदिर परिवार की ओर से बाग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए दुर्गा पूजा के दौरान पूजा मंडपों में की गई तोड़-फोड़ की घटना में शामिल असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने की माग की गई थी। मंदिर में श्रद्धालुओं ने प्लेकार्ड के माध्यम से बाग्लादेश की घटना पर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी।
दूसरी ओर फूलबाड़ी स्थित भारत-बाग्लादेश सीमा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले आम नागरिकों ने बाग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान पूजा मंडपों में की गई तोड़-फोड़ की घटना में शामिल असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने की माग की थी।