मूसलधार बारिश से बालासन पुल का पिलर क्षतिग्रस्त

-सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही बंद -सिर्फ बाइक और पैदल चलने वालों को ही अनुमति -पु

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 07:50 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 07:50 PM (IST)
मूसलधार बारिश से बालासन पुल का पिलर क्षतिग्रस्त
मूसलधार बारिश से बालासन पुल का पिलर क्षतिग्रस्त

-सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही बंद

-सिर्फ बाइक और पैदल चलने वालों को ही अनुमति

-पुलिस कमिश्नर और विशेषज्ञों की टीम ने लिया जाएजा -गाड़ियों की आवाजाही हेतु ट्रैफिक सिस्टम में भारी बदलाव

- अब 20 किलोमीटर ज्यादा करनी पड़ेगी यात्रा, बढ़ेगा जाम 10

पिलर है हाइवे पर बने बालासन ब्रिज में

01

पिलर को हुआ है बारिश में नुकसान

04

नंबर महानंदा ब्रिज पर बढ़ेगा दबाव जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी शहर व आसपास समेत पूरे उत्तर बंगाल में बीते सोमवार की देर शाम से बुधवार दोपहर पूर्व तक लगातार हुई मूसलधार बारिश ने पूरे उत्तर बंगाल में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर के रख दिया है। इसका सबसे ज्यादा असर एक ओर जहां दार्जिलिंग व सिक्किम पार्वत्य क्षेत्र में पड़ा है तो वहीं दूसरी ओर सिलीगुड़ी शहर को भी इसने बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। पूर्वोत्तर भारत को शेष भारत से जोड़ने वाले एनएच-31 पर यहां सिलीगुड़ी महकमा के माटीगड़ा में स्थित बालासन ब्रिज मूसलधार बारिश के चलते क्षतिग्रस्त हो गया है। ब्रिज का एक पिलर थोड़ा धंस गया है व ब्रिज में कुछ-कुछ जगहों पर हल्की दरार भी पड़ गई है। इसके चलते सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की ट्रैफिक पुलिस ने उक्त ब्रिज से भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। केवल दो पहिया एवं पैदल यात्रियों को ही आवाजाही की अनुमति है।

सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के कमिश्नर गौरव शर्मा ने बुधवार सुबह-सुबह उक्त ब्रिज पर जा कर वहां का जायजा लिया। उसके बाद पुलिस प्रशासन की ओर से ट्रैफिक अपडेट जारी कर उपरोक्त निर्देश दिए गए। इसके तहत अब सिक्किम व भूटान और दार्जिलिंग पार्वत्य क्षेत्र एवं सिलीगुड़ी समेत पूरे पूर्वोत्तर भारत से वाहनों के शेष भारत आवाजाही में अब सिलीगुड़ी शहर से सीधे माटीगाड़ा बालासन ब्रिज हो कर जाने-आने के बजाय नौका घाट, मेडिकल के रास्ते जाना-आना पड़ेगा। इसमें लगभग अतिरिक्त 20 किलोमीटर लंबी यात्रा करनी पड़ेगी। वहीं, बिहार व अन्य राज्यों को जाने-आने वाली बसों को भी इसी बदले हुए मार्ग से जाना पड़ेगा। इसके चलते ईस्टर्न बाइपास, हिलकार्ट रोड, बर्दवान रोड, नौका घाट, कावाखाली एशियन हाईवे-2 पर अतिरिक्त भार पड़ेगा। उसमें भी चतुर्थ महानंदा ब्रिज पर बोझ और ज्यादा बढ़ जाएगा। ऐसे में शहर में पहले से ही भयावह जाम और भी भयावह हो उठेगा।

इस दिन सिलीगुड़ी नगर निगम की प्रशासकीय समिति के चेयरमैन गौतम देव ने भी क्षतिग्रस्त बालासन ब्रिज का जायजा लिया। इस अवसर पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देशानुसार राज्य के सभी छोटे-बड़े ब्रिज के साथ ही साथ बालासन ब्रिज का भी हेल्थ चेक-अप किया गया था। उसमें इसके लेवेल कंडीशन व पोजीशनिंग सब कुछ फिट थे। यह ब्रिज सर्टीफाइड था। इसके बावजूद इधर जो मूसलधार बारिश हुई है, उसके चलते यह ब्रिज कुछ क्षतिग्रस्त हो गया है। इसमें कुल 10 पिलर हैं। एक पिलर को क्षति पहुंची है। अब यह कितना कारगर है, नहीं है, इस बारे में विशेषज्ञ ही बोल पाएंगे। मूसलधार बारिश के चलते बढ़ा नदी का जलस्तर कमेगा तो फिर विशेषज्ञों की टीम अच्छी तरह से नाप-जोख करेगी। पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों ने भी इसका जायजा लिया है। वे सरकार को रिपोर्ट देंगे। एक टेक्निकल टीम भी आएगी और यहां का जायजा लेगी। उसके बाद आवश्यक जो-जो करना होगा, किया जाएगा। फिलहाल, लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन व पुलिस की ओर से उक्त ब्रिज से बड़े व भारी एवं चार चक्का वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। केवल दो पहिया एवं पैदल यात्री ही उक्त ब्रिज से आवाजाही कर सकेंगे।

--------------------

अब इन मार्गो से होगी आवाजाही

गत 36 घंटे लगातार हुई मूसलधार बारिश के चलते सिलीगुड़ी के निकट माटीगाड़ा में एनएच-31 पर स्थित बालासन ब्रिज के क्षतिग्रस्त हो जाने के चलते प्रशासन व पुलिस की ओर से उक्त ब्रिज से बड़े व भारी एवं चार चक्का वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। केवल दो पहिया एवं पैदल यात्रियों को ही उक्त ब्रिज से आवाजाही की अनुमति है।

1. बागडोगरा की ओर से आने वाले सभी तिपहिया व उससे ऊपर के वाहन शिवमंदिर अंडर-पास से दाहिनी ओर मुड़ की और नौकाघाट मार्ग होते हुए सिलीगुड़ी आएं।

2. सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, डुवार्स व सिक्किम से बागडोगरा जाने वाले सभी वाहन ईस्टर्न बाईपास रोड या हिलकार्ट रोड और बर्दावान रोड से नौकाघाट व कावाखाली/मेडिकल रोड होते हुए शिवमंदिर व बगाडोगरा की ओर जाएं। 3. दार्जिलिंग, मिरिक व कर्सियांग की ओर से बागडोगरा जाने वाले वाहन गाड़ीधुरा, पानीघाटा, बेंगडूबी मार्ग हो कर जाएं। 4. सभी को सलाह दी जाती है कि जब तक मौसम में सुधार न हो, गैर-जरूरी यात्रा से बचें।

--------------------

जिम्मेदार कौन, मूसलधार बारिश या खनन माफिया?

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : गत 36 घंटे से भी अधिक समय तक लगातार हुई मूसलधार बारिश के चलते, सिलीगुड़ी, तराई, डुवार्स, दार्जिलिंग व सिक्किम पार्वत्य क्षेत्र एवं पूर्वोत्तर भारत से शेष भारत को जोड़ने वाली लाईफ लाईन एनएच-31 पर सिलीगुड़ी के निकट माटीगाड़ा में बालासन नदी पर स्थित ब्रिज क्षतिग्रस्त हो गया है। इस ब्रिज पर दो पहिया वाहनों व पैदल यात्रियों को छोड़ कर बाकी सभी के लिए प्रशासन व पुलिस ने आवाजाही पर रोक लगा दी है। उक्त ब्रिज के क्षतिग्रस्त हो जाने को लेकर लोगों में खासा रोष है। इस पर तरह-तरह के सवाल भी उठने लगे हैं। विशेषकर, सोशल मीडिया में लोग काफी मुखर हो उठे हैं। अनेक लोगों ने यह रेखांकित किया है कि बालासन ब्रिज के क्षतिग्रस्त होने की वजह मूसलधार बारिश नहीं बल्कि खनन माफिया हैं। बालासन नदी का ऐसा अंधाधुंध खनन किया गया है कि ऐसी विपदा होनी ही होनी थी। लोगों का यह भी कहना है कि खनन माफिया ने ब्रिज के पिलरों को भी नहीं बख्शा। उसके आस-पास भी जम कर खनन किया। यही वजह है कि ब्रिज की बुनियाद को चोट पहुंची और आज इतनी बड़ी मुसीबत आन पड़ी। आम लोगों ने अब भी इस दिशा में सबके विशेषकर प्रशासन व पुलिस के सजग होने एवं खनन माफिया पर लगाम लगाने की मांग की है।

chat bot
आपका साथी