बालासन पुल बनने में अभी समय लगेगा

-कोलकाता से पहुंची विशेषज्ञों की टीम -आज शाम तक जांच रिपोर्ट आने की संभावना -चौथे

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 08:26 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 08:26 PM (IST)
बालासन पुल बनने में अभी समय लगेगा
बालासन पुल बनने में अभी समय लगेगा

-कोलकाता से पहुंची विशेषज्ञों की टीम

-आज शाम तक जांच रिपोर्ट आने की संभावना

-चौथे महानंदा पुल पर बढ़ा ट्रैफिक का दबाव

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: माटीगाड़ा स्थित बालासन ब्रिज के रास्ते भारी वाहनों का आवागमन सुचारू रूप से शुरू होने में अभी और कुछ दिनों का और वक्त लग सकता है। गुरूवार को कोलकाता सिंचाई विभाग की चार सदस्यीय विशेषज्ञों की टीम क्षतिग्रस्त बालासन ब्रिज का जायजा लेने पहुंची थी। टीम में शामिल विशेषज्ञों ने बालासन पुल के वर्तमान स्थिति का बारिकी से अध्ययन किया। इस क्रम में उन्होंने सिलीगुड़ी सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ भी एक बैठक की। इस बारे में जांच रिपोर्ट शुक्रवार तक आने की संभावना है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही बालासन सेतु की मरम्मत का कार्य शुरू हो पाएगा । बताते चलें कि भारी बारिश के कारण बालासन सेतु के एक पिलर में दरार आ गई थी। इसके बाद ही स्थानीय प्रशासन ने इस सेतु से भारी वाहनों के आवागमन पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी।

पूर्वोत्तर भारत को शेष भारत से जोड़ने वाले एनएच-31 पर यहां सिलीगुड़ी महकमा के माटीगड़ा में स्थित बालासन ब्रिज मूसलधार बारिश के चलते क्षतिग्रस्त हो गया है। ब्रिज का एक पिलर थोड़ा धंस गया है व ब्रिज में कुछ-कुछ जगहों पर हल्की दरार भी पड़ गई है। इसके चलते सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की ट्रैफिक पुलिस ने उक्त ब्रिज से भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। केवल दो पहिया एवं पैदल यात्रियों को ही आवाजाही की अनुमति है।

इसके बाद बृहस्पतिवार से सिक्किम व भूटान और दार्जिलिंग पार्वत्य क्षेत्र एवं सिलीगुड़ी समेत पूरे पूर्वोत्तर भारत से वाहनों के शेष भारत आवाजाही में अब सिलीगुड़ी शहर से सीधे माटीगाड़ा बालासन ब्रिज हो कर जाने-आने के बजाय नौका घाट, मेडिकल के रास्ते जाना-आना पड़ रहा है। इसके अलावा गाड़ियां चौथे महानंदा ब्रिज से माटीगाड़ा होते हुए खपरैल से मुख्य मार्ग पर आकर आवाजाही कर रही है। जिसके कारण इस पुल पर ट्रैफिक की समस्या उत्पन्न हो गई। काफी संख्या में गाड़ियां इस पुल होकर आवाजाही कर रही है। इसके अलावा नौकाघाट होकर जो गाड़ियां चल रही है उसे अतिरिक्त 20 किलोमीटर लंबी यात्रा करनी पड़ रही है। वहीं, बिहार व अन्य राज्यों को जाने-आने वाली बसों को भी इसी बदले हुए मार्ग से जाना पड़ रहा है। इसके चलते ईस्टर्न बाइपास, हिलकार्ट रोड, बर्दवान रोड, नौका घाट, कावाखाली एशियन हाईवे-2 पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है। पुलिस पिकेटिंग की जा रही है

दूसरी ओर बारिश के कारण क्षतिग्रस्त होने वाली बालासन पुल पर पुलिस की पिकेटिंग जारी है। पुलिस लगातार पुल पर निगरानी रख रही है। बृहस्पतिवार को इस क्षेत्र का नजारा पूरी तरह से खाली खाली रहा। इक्का-दुक्का लोग ही पुल पर आवाजाही कर रहे थे। स्कूटर और मोटरसाइकिल को आने-जाने की अनुमति है, लेकिन इनकी संख्या भी काफी कम देखी गई। इस बीच बालासन पुल के बंद होने से सिलीगुड़ी-माटीगाड़ा के बीच ट्रैफिक नहीं के बराबर दिखी। हिल कार्ट रोड पर भी वाहनों की आवाजाही लगभग नहीं के बराबर थी। सिलीगुड़ी जंक्शन से बस तथा अन्य गाड़िया वर्दमान रोड होते हुए या तो चौथे महानंदा ब्रिज की ओर या फिर नौकाघाट की ओर जा रही थी। इसलिए हिल कार्ट रोड पर वाहनों की आवाजाही काफी कम रही। सालूगाड़ा- सिलीगुड़ी के बीच भी ट्रैफिक नहीं के बराबर दिखी। सिक्किम में भी कई स्थानों पर सड़क को नुकसान पहुंचा है जिसके कारण सिक्किम से भी काफी कम संख्या में गाड़ी आ रही है। अन्य दिनों में सेवक रोड के चेक पोस्ट से लेकर सालूगाड़ा तक ट्रैफिक जाम से स्थिति काफी खराब हो जाती है। लेकिन आज वाहनों की संख्या अत्यंत ही कम थी। सिक्किम और सिलीगुड़ी के बीच कैसे चल रही हैं गाड़िया सिक्किम और सिलीगुड़ी के बीच माल लोड गाड़ियों की आवाजाही काफी घूमकर हो रही है। सिलिगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस के एसीपी राजेन छेत्री ने बताया है कि सिक्किम से रंगली तथा चित्रे होते हुए गाड़िया कालिम्पोंग के 11 माइल तक आएगी और वहा से अलगाड़ा, लावा और गोरूबथान होते हुए कोरोनेशन ब्रिज और सेवक होकर सिलीगुड़ी पहुंचेगी। इसी तरह से जो माल लोड गाड़ी सिक्किम जाएगी वह सिलीगुड़ी के सेवक सेवक होते हुए गोरूबथान और लावा, 17 माइल फाटक होते हुए मंगपो पहुंचेगी। सेवक पुल पर 10 टन से अधिक माल लोड गाड़ियों की आवाजाही की मनाही है। यहां भी पुलिस पिकेटिंग चल रही है।

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